जुबिली न्यूज़ डेस्क
इस साल की शुरुआत से ही चीनी सेना की घुसपैठ करने की कोशिश अभी भी जारी है। दरअसल इस बार चीनी सैनिकों ने सादे कपड़ो में लद्दाख सीमा को पार कर भारत में घुसने की कोशिश कर रहे थे।
इस बीच उन्हें आईटीबीपी के जवानो और स्थानीय लोगों ने उन्हें पकड़ लिया और पीछे कर दिया। टीओआई के खबर के अनुसार ये घटना लेह से 135 किलोमीटर पूर्व में मौजूद न्योमा एरिया के चानतांग गांव की बतायी जा रही है।
खबर के अनुसार, भारत-चीन सीमा पर चीनी सैनिक दो गाड़ियों में बैठ सीमा पार कर भारतीय क्षेत्र में घुस गए थे। इसका कथित वीडियो भी चानतांग के स्थानीय लोगों ने रविवार को शेयर किया है। हालांकि भारतीय सेना और ITBP ने इस संबंध में अभी तक कोई बयान जारी नहीं किया है और न ही इस घटना को कन्फर्म किया है।
स्थानीय लोगों ने जो वीडियो शेयर किया है। उसके मुताबिक मुताबिक चीनी सैनिकों का एक समूह दो गाड़ियों के जरिए भारतीय सीमा में घुसने की कोशिश कर रहा थे, ये लोग सादे कपड़ों में थे और स्थानीय चरवाहों को अपने पशु वहां चराने से मना कर रहे थे।
इस बीच स्थानीय निवासियों ने उनका कड़ा विरोध करना शुरू कर दिया। स्थानीय लोगों के अनुसार, तभी आईटीबीपी के जवानों ने भी वहां पहुंचकर चीनी सैनिकों को चेतावनी दी। हालांकि ये भी स्पष्ट नहीं है कि गाड़ी में मौजूद चीनी नागरिक सैनिक ही थे। बता दें कि चानतांग गांव में लेह की बड़ी आबादी रहती है और इस जगह पर हमेशा से ही चीन की नज़र बनी हुई है।
दोनों देशों के बीच जारी सीमा विवाद के बीच चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने वेस्टर्न थिएटर कमांड पर नया कमांडर अपॉइन्ट किया है। चीनी ख़बरों के अनुसार, सेंट्रल मिलिट्री कमिशन के हेड राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने जनरल झांग शुडोंग को वेस्टर्न मोर्चे की कमान सौंपी है।
ये भी पढ़े : यूपीए के दस साल में जितना लोन बट्टे खाते में गया उसका तीन गुना मोदी राज के पांच साल में
ये भी पढ़े : दुनिया के लिए चिंता का सबब बना कोरोना का नया स्ट्रेन, पूरे यूरोप से कटा ब्रिटेन
हालांकि, भारत पिछले समय से ये भरोसा जताता आया है कि दोनों देशों के बीच मिलिट्री और डिप्लोमैटिक लेवल की बातचीत जारी है और जल्द ही दोनों देशों की सेनाएं पीछे हट सकती हैं।
बता दें किदोनों देशों की सेना के बीच कोर कमांडर लेवल पर कुल 9 दौर की बातचीत हो चुकी है। आखिरी बार दोनों के बीच 10 दिसंबर को फॉरेन मिनिस्ट्री लेवल पर बातचीत हुई थी। दोनों देशों के बीच यह बातचीत फॉरवर्ड एरिया से अपने सैनिकों को हटाने और शांति कायम रखने को लेकर हुई थी।