जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली. अमेरिका से बढ़ते रिश्तों से नाराज़ चीन ने ताइवान के आसमान में अपने 18 लड़ाकू विमान उड़ाकर उसे धमकी दी थी. चीन ने ताइवान को स्पष्ट सन्देश भेजा था कि अगर उसने अमेरिका के साथ अपने रिश्तों को जारी रखा और भविष्य में अमेरिका के रक्षा विभाग का कोई अधिकारी ताइवान आया तो यह तो सिर्फ पूर्वाभ्यास था लेकिन इसे युद्ध में बदलते देर नहीं लगेगी. इस बयान के सिर्फ पांच दिन बाद ही ताइवान सीमा पर अपना युद्धाभ्यास शुरू कर दिया है. चीन की पीपल्स आर्मी ने कई मिसाइलें दाग कर अपना शक्ति प्रदर्शन किया.
चीन के मीडिया ने इस युद्धाभ्यास का वीडियो भी जारी किया है. इस वीडियो में तर्कों पर सवार होकर जाते हुए सैनिक नज़र आ रहे हैं. ताइवान सीमा के पास चीन के लड़ाकू विमान उड़ान भर रहे हैं. मिसाइलें दागकर निशानों को उड़ाया जा रहा है. उधर ताइवान से खबर है कि उसने भी चीन के संभावित हमले का जवाब देने के लिए तैयारियां तेज़ कर दी हैं. ताइवान के राष्ट्रपति ने कहा है कि चीन जानबूझकर पूर्वी एशिया में तनाव बढ़ाने का काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि हमारी निगाहें इस पूरे मसले पर लगी हुई हैं.
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चीन ताइवान पर एक लम्बे अरसे से अपना हक़ जताता रहा है. ताइवान ने हाल ही में अपने पासपोर्ट से चीन का नाम हटाकर उसे अपनी चुनौती दी थी. इससे चीन तिलमिला गया था. ताइवान ने कहा था कि पासपोर्ट से चीन का नाम इस वजह से हटाया क्योंकि कोरोना की वजह से उसके देश के नागरिक कहीं जाते हैं तो उनसे चीन का नागरिक समझकर अच्छा व्यवहार नहीं किया जाता. इसी बीच अमेरिका के एक बड़े अधिकारी ताइवान आये तो चीन ने ताइवान के आसमान में अपने 18 लड़ाकू विमान एक साथ उड़ाकर उसे धमकी दी कि चीन उसके साथ युद्ध के लिए किसी भी पल तैयार है. चीन ने कहा कि चीन की सेना जहाँ चली जाती है वहां से कभी पीछे नहीं हटती है. वह भारत की तरफ बढ़ी हमारी सेनाओं से ही सबक ले सकता है.