जुबिली न्यूज डेस्क
बीजिंग: पाकिस्तान भयानक आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहा है और देश में महंगाई अपने चरम पर पहुंच गई है। आलम यह है कि पाकिस्तान में सबसे शक्तिशाली कही जाने वाली सेना के पास इतना पैसा नहीं है कि वह टीटीपी आतंकियों के खिलाफ सैन्य कार्रवाई कर सके जो उसके सैनिकों का खून बहा रहे हैं। इस बीच चीन ने ऐलान किया है कि वह पाकिस्तान में अपने दूतावास के काउंसलर सेक्शन को ‘तकनीकी वजहों’ से अस्थायी रूप से बंद कर रहा है। चीन के इस ऐलान से पाकिस्तानियों को वीजा लेना मुश्किल हो जाएगा।
इस कदम को उठाने के पीछे कोई खास कारण नहीं बताया
जानकारी के मुताबिक चीन के दूतावास ने इस कदम को उठाने के पीछे कोई खास कारण नहीं बताया है। चीन ने यह भी नहीं बताया है कि काउंसलर सेक्शन को फिर से कब खोला जाएगा। चीनी दूतावास ने अपने आधिकारिक वेबसाइट पर जारी नोटिस में ऐलान किया कि काउंसलर सेक्शन को बंद किया जा रहा है। इसमें कहा गया कि 13 फरवरी से शुरू हुई यह बंदी अगले आदेश तक जारी रहेगी। इस बीच चीन ने अपने नागरिकों को यह भी चेतावनी दी है कि वे सुरक्षा हालात को देखते हुए पाकिस्तान में रहने के दौरान बहुत ही ज्यादा सतर्क रहें।
पाकिस्तानी पर चीन को नहीं है भरोसा!
शनिवार को जारी नोटिस में चीनी विदेश मंत्रालय के काउंसलर विभाग ने अपने नागरिकों को चेतावनी दी कि पाकिस्तान में उनकी सुरक्षा के लिए बहुत बड़ा खतरा हो सकता है। चीन सरकार ने यह कदम ऐसे समय पर उठाया है जब एक दिन पहले ही शहबाज सरकार ने दावा किया था कि वह देश के नागरिकों और विदेशियों सभी की सुरक्षा करेगी।
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राणा सनाउल्ला ने दावा किया था कि पाकिस्तान में विभिन्न प्रॉजेक्ट में काम कर रहे चीनी नागरिकों को पूरी सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी। उन्होंने यह भी कहा था कि इस दिशा में किसी भी लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पाकिस्तानी गृहमंत्री के इस आश्वासन के बाद भी चीन को भरोसा नहीं रहा है और उसने अपने नागरिकों को बेहद अलर्ट रहने के लिए कहा है।
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