जुबिली न्यूज डेस्क
चीन में एक बार फिर कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। जिसकी वजह से सरकार ने कड़े कदम उठाने शुरु कर दिए हैं।
चीनी सरकार ने कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए सैकड़ों फ्लाइट रद्द कर दी हैं। कोरोना प्रभावित इलाकों में स्कूल बंद कर दिए हैं और कुछ जगहों पर तालाबंदी भी कर दिया है।
लोगों से जरूरी होने पर ही बाहर निकलने को कहा गया है। इसके अलावा कोरोना वायरस से लडऩे के लिए सरकार ने बड़े स्तर पर टेस्टिंग शुरू कर दी है।
चीन ने हमेशा कोरोना वायरस को लेकर सतर्कता बरती और जीरो नीति का पालन किया है। अपनी सीमाओं पर सख्ती बरती और लॉकडाउन का भी सख्ती के साथ पालन किया।
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उस वक्त जब दूसरे देश कोरोना प्रतिबंधों में ढील दे रहे हैं तब चीन में कड़ाई के साथ कोरोना प्रतिबंधों का पालन किया जा रहा था। इस सबके बावजूद एक बार चीन में कोरोना के नए मामले देखे जा रहे हैं।
घरेलू स्तर पर अब तक चीन में कोरोना वायरस नियंत्रित था, लेकिन लगातार पांचवे दिन कोरोना के नए मामले देख चीन की चिंता बढ़ गई है।
चीन में कोरोना के अधिकांश मामले देश के उत्तरी और उत्तरी पश्चिमी प्रांत से सामने आए हैं। सरकार ने इन इलाकों में प्रतिबंध कड़े कर दिए हैं। सामने आ रहे नए मामलों के लिए एक वृद्ध दंपति को जिम्मेदार बताया जा रहा है जो एक टूरिस्ट ग्रुप का हिस्सा था।
यह दंपति गांसू प्रांत के सियान और इन मंगोलिया में आया था। उनकी यात्रा के दौरान कई मामले दर्ज किए गए। बीजिंग समेत पांच प्रांतों में ऐसे संक्रमित लोग मिले हैं जो इस दंपति के सपर्क में आए थे।
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फिलहाल कोरोना से निपटने के लिए चीनी सरकार ने बड़े स्तर पर टेस्ट करने शुरू कर दिए हैं और टूरिस्ट जगहों को भी बंद कर दिया है।
इसके अलावा उन जगहों के स्कूलों और मनरंजन स्थलों को बंद कर दिया गया है, जहां वायरस का प्रभाव ज्यादा देखने को मिला है। कई इलाकों के नागरिकों को सलाह दी गई है कि जरूरी होने पर ही घर बाहर निकला जाए।