जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली. पाकिस्तानी आतंकियों को अपनी वीटो पॉवर से बचा लेने वाला चीन अब इन आतंकियों का इस्तेमाल भारत के खिलाफ कर रहा है. अमेरिका में हुई एक रिसर्च में इस बात का खुलासा हुआ है कि चीन पाकिस्तान के आतंकियों का भारत के खिलाफ हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रहा है.
पाकिस्तान चीन के हथियार के रूप में इस्तेमाल हो रहा है क्योंकि वह यह बात अच्छी तरह से जानता है कि ज़रुरत पड़ने पर चीन ही उसकी ढाल बनेगा. इस रिसर्च में बताया गया है कि पाकिस्तान में परवरिश पा रहे आतंक के खिलाफ चीन कभी खड़ा नहीं होता है.
यह भी पढ़ें : इस प्राइवेट स्कूल पर पीएमओ की नज़र हुई टेढ़ी
यह भी पढ़ें : बीजेपी ने अपनी पूर्व सहयोगी महबूबा मुफ्ती को बताया देशद्रोही
यह भी पढ़ें : मुलायम स्वस्थ, आज मिलेगी अस्पताल से छुट्टी
यह भी पढ़ें : डंके की चोट पर : कमलनाथ के आइटम से क्यों कुम्हलाने लगा कमल
पाकिस्तान फरवरी 2021 तक पाकिस्तान वित्तीय कार्रवाई बल में ग्रे सूची में बना रहेगा. मतलब निगरानी जारी रहेगी. पाकिस्तान ग्रे सूची में इसलिए है क्योंकि पाकिस्तान आतंकवाद के वित्तपोषण को रोकने के लिए बनाई गई कार्ययोजनाओं को पूरा करने में विफल रहा है. पाकिस्तान ने मोस्टवांटेड आतंकियों जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर और लश्कर-ए-तैय्यबा के सरगना हाफ़िज़ सईद के खिलाफ कार्रवाई में भी पाकिस्तान विफल रहा है.