जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. भारत और चीन के बीच तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा है. वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन की गतिविधियों ने भारत की चिंताओं को एक बार फिर बढ़ा दिया है. चीन पूर्वी लद्दाख सेक्टर में निर्माण कार्य में लगा है. वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास चीन नये हाइवे और सड़कों का निर्माण कर रहा है. चीन ने नई हवाई पट्टियां भी तैयार की हैं. इसके साथ ही वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास बड़ी संख्या में मिसाइल और हथियार इकठ्ठा कर लिए हैं.
वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास चीन लगातार अपनी सैन्य ताकत में इजाफा करता जा रहा है. पिछले साल की सर्दियों में भारत और चीन दोनों देशों के सैनिक सीमा पर ही तैनात रहे थे. चीन ने इस सर्दी में ऐसे इंतजाम किये हैं कि उसके सैनिकों को पिछले साल की तुलना में कम मुश्किलों का सामना करना पड़े. चीन ने वास्तविक नियंत्रण रेखा पर रहने की व्यवस्था के साथ ही सड़क और सम्पर्क को काफी बेहतर बना लिया है.
भारत के लिए यह काफी चिंता की बात है कि चीन गार, गुंसा, होतां और काश्गर में अपने मुख्य बेस से अलग राजमार्गों को चौड़ा कर रहा हाउ और नई हवाई पट्टियां तैयार कर रहा है. चीन की वायुसेना भी लगातार अभ्यास कर रही है. चीन ने तिब्बत में भी रॉकेट और मिसाइलें तैनात कर दी हैं. चीन ने बड़ी संख्या में ड्रोन भी तैनात किये हैं.
चीन की तैयारियों के मद्देनज़र भारतीय वायुसेना ने लद्दाख क्षेत्र में छह महीने के लिए ज़रूरी रसद को पहुंचाना शुरू कर दिया है. भारत ने सीमा के पास अपनी सैन्य शक्ति को भी बढ़ाना शुरू कर दिया है.
यह भी पढ़ें : पत्नी को गलत निगाह से देखा तो उसने दोस्त का बहा दिया खून
यह भी पढ़ें : सर्वदलीय बैठक में उठी महंगाई, बेरोजगारी और पेगासस जासूसी विवाद पर चर्चा की मांग
यह भी पढ़ें : आंदोलित किसानों की सरकार ने एक मांग और मानी
यह भी पढ़ें : डंके की चोट पर : बगैर गलती माफी कौन मांगता है प्रधानमन्त्री जी