स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। पूरे विश्व में पाकिस्तान अपने आप को मुस्लिमों का हमदर्द बताता है लेकिन उसका चहेता पड़ोसी चीन इसके उलट है। दरअसल चीन में मुस्लिमों पर लगातार अत्याचार हो रहे हैं।
इस मामले में पाकिस्तान कुछ भी चीन से नहीं पूछता है, जबकि चीन अपने यहां मुस्लिमानों को अलग-थलग करने की तैयारी में है। चीन से मिली जानकारी के अनुसार अब वह अपने तरीके से कुरान सहित अन्य धार्मिक ग्रंथों को लिखने की तैयारी में हैं। इस खबर के आने से मुस्लिमों काफी रोष है लेकिन पाकिस्तान अभी तक इस पर चुप्पी साधे हैं।
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चीन के शिनजियांग शहर में मुस्लिमों के खिलाफ लगातार अत्याचार हो रहा है। इतना ही नहीं मुस्लिमों को दबाने की कोशिश भी की जाती है और उनके परिवार से दूर डिटेंशन कैंपों के हवाले कर दिया जाता है।
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काउंसिल ऑफ फॉरेन रिलेशंस की रिपोर्ट पर गौर करे तो चीन से जो मुस्लिम वहां से भागने में कामयाब हो जाते हैं, वो अपना दर्द बयां करते हुए कहते हैं कि उन्हें जबरन इस्लाम का त्याग करने के लिए मजबूर किया गया और चीन की सत्तारूढ़ पार्टी कम्युनिस्ट पार्टी के प्रति वफादार रहने की प्रतिज्ञा दिलवाई गई।
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खुद को पाकिस्तान इस्लाम धर्म का रक्षक बताता है लेकिन उसका पड़ोसी चीन लगातार मुस्लिमों पर अत्याचार करता है और पाक इससे हमेशा अंजान रहता है। अब चीन कुरान, बाइबल सहित उन धर्म ग्रंथों को अपने हिसाब से लिखेगा। अब देखना रोचक होगा कि पाकिस्तान इसपर कोई प्रतिक्रिया देता है या नहीं।
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