जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्ज़ा होने के बाद से दुनिया में चीन पहला ऐसा देश है जो तालिबान के साथ दोस्ती का हाथ बढ़ाए हुए है. तालिबान ने हालांकि अभी तक चीन के बढ़े हुए हाथ को थामा नहीं है लेकिन चीन की कोशिशें जारी हैं. इन्हीं कोशिशों के तहत चीन ने काबुल स्थित अपने दूतावास में काम करने वालों से कहा है कि वह अफगानिस्तान में रहने वाले अपने नागरिकों से इस्लामिक रीति रिवाज का सख्ती से पालन करवाएं.
चीन ने अफगानिस्तान में रह रहे अपने नागरिकों के लिए जारी एडवायजरी में कहा है कि वह हामिद करजई इंटरनेशनल एयरपोर्ट और अन्य अराजक स्थलों से दूरी बनाकर रखें. चीन ने कहा है कि उनके नागरिक अफगानिस्तान में इस्लामिक रीति रिवाज का पालन करें और सार्वजनिक रूप से भोजन करें.
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उधर तालिबान के प्रवक्ता सुहैल शाहीन का कहना है कि अफगानिस्तान के पुनर्निर्माण में चीन की मदद ली जायेगी. तालिबान प्रवक्ता ने कहा है कि चीन ने अफगानिस्तान में शान्ति और सुलह को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाई है. तालिबान के लिए चीन अमरीका से बेहतर देश है क्योंकि उसने उनके साथ लड़ाई नहीं की.