जुबिली न्यूज़ डेस्क
लखनऊ. लद्दाख में चीन के सैनिकों की घुसपैठ के बाद भारतीय सैनिकों से उनकी भिड़ंत और 20 भारतीय सैनिकों की शहादत के बाद भारतीयों का चाइनीज़ सामान से मोह भंग हुआ है. बाज़ार में चीनी सामान की बिक्री घटी है. बदले माहौल में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार उत्तर प्रदेश को खिलौना उत्पादन का हब बनाने की तैयारी में है.
उत्तर प्रदेश में बनने वाले स्वदेशी खिलौनों से करीब तीन लाख लोगों को रोज़गार मिलने की उम्मीद जताई जा रही है. योगी सरकार कैबिनेट की अगली बैठक में खिलौना नीति पर मोहर लगाने जा रही है. इस नीति के क्रियान्वयन के बाद अगले पांच साल में 20 हज़ार करोड़ रुपये की आय का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.
उत्तर प्रदेश में खिलौना उद्योग को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ काफी उत्साहित हैं. सरकार ने तय किया है कि इस योजना में निवेश करने वाले देशी-विदेशी निवेशकों को ज़मीन की खरीद, बिजली, परिवहन सहित कई क्षेत्रों में सब्सिडी दी जायेगी. निवेशक अगर अर्धसैनिक बल से जुड़ा हुआ या फिर महिला हो तो उसे अतिरिक्त रियायतें दी जायेंगी.
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उत्तर प्रदेश के चित्रकूट, गोरखपुर और आजमगढ़ जिलों को खिलौना उद्योग की स्थापना के लिए काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. भारतीय बाज़ार में बिकने वाले खिलौनों में भारत की भागीदारी न के बराबर है. आंकड़ों में बात करें तो सिर्फ पांच फीसदी खिलौने ही स्वदेशी हैं. मौजूदा समय में बाज़ार में मौजूद खिलौनों में 90 फीसदी ताइवान और जापान के हैं.