जुबिली न्यूज डेस्क
कोरोना महामारी की विभीषिका झेल चुके भारत पर अब कोरोना की तीसरी लहर का खतरा मंडरा रहा है। देश के कई क्षेत्रों में कोरोना के मामले बढऩे लगे हैं। बच्चे भी इसकी चपेट में आ रहे हैं।
कोरोना विशेषज्ञ बहुत पहले ही चेतावनी दे चुके हैं कि कोरोना की तीसरी लहर में बच्चे सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे। फिलहाल अब कोरोना धीरे-धीरे बच्चों को ही अपना शिकार बना रहा है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बेंगलुरु में पिछले 10 दिनों में 543 बच्चे कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। शुक्रवार को ब्रुहत बेंगलुरु महानगर पालिक (बीबीएमपी) ने सूचित किया कि 1 अगस्त से 11 अगस्त तक 0-19 वर्ष के आयु वर्ग के 543 बच्चे कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। हालांकि इस आयु वर्ग से कोई मौत दर्ज नहीं हुई है।
यह भी पढ़े : अब अमेरिका में लगेगा कोरोना वैक्सीन का बूस्टर डोज
यह भी पढ़े : अच्छी खबर : अब जांच के समय ही पता चल जायेगा कि कितना गंभीर है कोरोना संक्रमण
यह भी पढ़े : कश्मीर में बीजेपी नेता के घर पर आतंकी हमला, 2 साल के मासूम की मौत
बीबीएमपी ने कहा कि अधिकांश बच्चे या तो एसिम्टोमेटिक हैं या फिर इनमें हल्के लक्षण हैं। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि राज्य सरकार बच्चों की पौष्टिकता की जांच के लिए बाल स्वास्थ्य शिविर आयोजित करेगी।
सीएम ने कहा, “विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि बच्चे तीसरी लहर में प्रभावित होंगे, क्योंकि उन्हें अभी तक टीका नहीं लगाया गया है। हमने बच्चों की निगरानी के लिए उडुपी और हावेरी जिलों में ‘वात्सल्य’ योजना पहले ही शुरू कर दी है। हम उनके पोषण की जांच के लिए बाल चिकित्सा स्वास्थ्य शिविर आयोजित करेंगे।”
मुख्यमंत्री बोम्मई ने कहा, “हम पोषण की कमी और कम विकास के लिए आवश्यक उपचार करेंगे। हमने सभी संबंधित अधिकारियों को इस पर प्रशिक्षण भी दिया था। हम बच्चों को इस वायरस से बचाने की कोशिश करेंगे। हमने सभी जिला अस्पतालों को बाल चिकित्सा आईसीयू की व्यवस्था करने का निर्देश दिया है।”
यह भी पढ़े : बिहार : बाढ़ से मचा हाहाकार, बक्सर से कहलगांव तक दिख रहा गंगा का विकराल रूप
यह भी पढ़े : दो महीने गुज़र गए मगर लोहिया अस्पताल के इन कर्मचारियों को वेतन नहीं मिला क्योंकि…
विशेषज्ञों के सुझाव के अनुसार राज्य सरकार ने स्कूल खोलने का निर्णय लिया था। अब मुख्यमंत्री ने अपने आधिकारिक दौरे से दक्षिण कन्नड़ लौटने के तुरंत बाद उनके साथ एक आपात बैठक बुलाई है।