न्यूज डेस्क
राजधानी दिल्ली में पिछले दिनों तुगलकाबाद में संत रविदास मंदिर को तोड़ने की घटना दिन पर दिन सियासी रुप लेती जा रही है। इस घटना पर अब यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने बीजेपी पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने मंदिर तोड़े जाने को लेकर बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी सरकार का संत-महात्मा विरोधी चेहरा उजागर हुआ है। मंदिर तोड़े जाने पर एक विशेष वर्ग की भावना को ठेस पहुंची है। इस मंदिर का निर्माण 16वीं शतब्दी के संत रविदास की स्मृति के रूप में किया गया था। इससे उनके अनुयायियों की श्रद्धा जुड़ी थी।
इसके अलावा अखिलेश ने कहा कि भारतीय समाज गुरुओं और संत-मह्त्माओं का सदैव आदर करता रहा है। लोग उनकी स्मृति को बनाये रखने और समाज को प्रेरणा देने के लिए मंदिर का निर्माण करवाते रहे है। वहीं, अखिलेश ने इस घटना पर पुलिस के बल प्रयोग को भी अनुचित बताया है।
उन्होंने पुलिस की कार्रवाई को अनुचित और निंदनीय बताते हुए कहा कि इस घटना के तहत गिरफ्तार किए गए लोगों को तत्काल प्रभाव से रिहा किया जाना चाहिए। इसके साथ उनपर जो भी मुकदमे दर्ज किये गये है वो सभी मुक़दमे वापस लिए जाये। अखिलेश ने कहा कि संत रविदास समाज के सभी वर्गों के लिए सम्मानीय और प्रेरणादायक हैं।
दस दिन बाद भारत बंद का आह्वान
वहीं, भीम आर्मी के राष्ट्रीय महासचिव कमल सिंह वालिया ने कहा है कि ‘अगर इस मामले को दस दिनों के अंदर नहीं सुलझाया जाता है तो हम भारत बंद का आह्वान करेंगे। इसके साथ हो उन्होंने कहा कि भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर उस समय तक जमानत की मांग नहीं करेंगे, जब तक उनके साथ गिरफ्तार अन्य लोगों को रिहा नहीं किया जाता।
चंद्रशेखर सहित कई लोग है न्यायिक हिरासत में
बता दें कि इस घटना के मामले में चंद्रशेखर और अन्य लोगों को दंगा और गैरकानूनी तरीके से एकत्र होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा गया था। उनकी गिरफ़्तारी पर अपना पक्ष रखने के लिए शुक्रवार को महिला प्रेस क्लब में एक संवाददाता सम्मेलन आयोजित किया था, लेकिन आईडब्ल्यूपीसी ने इसे रद्द कर दिया था।