न्यूज डेस्क
पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही। प्रवर्तन निदेशालय प्रतिदिन चिदंबरम की सम्पत्ति के बारे में खुलासा कर रहा है। ईडी जिस तरह से दावे कर रहा है और यदि वह सही पाया जाता है तो यह तो तय है कि चिदंबरम के लिए आने वाला समय और मुश्किलों भरा रहने वाला है।
आईएनएक्स मीडिया मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जांच का सामना कर रहे कांग्रेस नेता व पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम पर ईडी ने विदेशों में संपत्ति बनाने का दावा किया है। ईडी का कहना है कि इस केस के सह-आरोपियों के साथ कांग्रेस नेता विदेशों में संपत्ति को बेचने और विदेशी बैंक खातों को बंद करने के सबूत से भी छेड़छाड़ कर रहे रहे हैं। जांच एंजेसी ने 26 अगस्त को जांच के लिए कस्टडी बढ़ाने की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट में यह दलील दी।
फ्रांस, ग्रीस, अर्जेंटीना, समेत कई देशों में हैं बैंक खाते
जांच एजेंसी ने सुप्रीम कोर्ट में दायर ऐफिडेविट में दावा किया कि पूर्व वित्त मंत्री का कई देशों में बैंक खाते हैं। प्रवर्तन निदेशालय की ओर से दायर हलफनामे के मुताबिक, चिदंबरम और केस के सह-आरोपियों ने अर्जेंटीना, ऑस्ट्रिया, ब्रिटिश वर्जिन आइसलैंड, मोनाको, फिलीपींस, सिंगापुर, फ्रांस, ग्रीस, मलेशिया, साउथ अफ्रीका, स्पेन, श्रीलंका में संपत्ति बनाने के साथ बैंक अकाउंट भी खोले। इन देशों में शेल कंपनियों (फर्जी कंपनियों) के जरिए बैंक खातों में लेन-देन का काम किया गया।
यह भी पढ़ें : क्या मोदी मय हो रही है कांग्रेस
यह भी पढ़ें :
ईडी ने लगाया सबूत से छेड़छाड़ का आरोप
चिदंबरम की बेल याचिका का विरोध करते हुए प्रवर्तन निदेशालय ने उन पर सबूतों से छेड़छाड़ के आरोप लगाया। ईडी ने अपनी याचिका में कहा, ‘आरोपी के खिलाफ हमारे पास मजबूत केस है और इस आधार पर बेल याचिका का विरोध कर रहे हैं। लेकिन, इसके साथ ही इनकी अग्रिम जमानत याचिका का विरोध करने का हमारे पास एक और मजबूत आधार है। हमें ऐसे संकेत मिले हैं कि आरोपी और सह-आरोपी न सिर्फ सबूतों के साथ छेड़छाड़ कर रहे हैं बल्कि गवाहों को प्रभावित करने की कोशिश भी कर रहे हैं।’
जांच एजेंसी ने कहा कि, केस ऐसे मुकाम पर है कि हमें सबूतों को बहुत सावधानी से सुरक्षित रखना होगा। ईडी ने बेल याचिका के विरोध में कहा, ‘सबूतों की रक्षा के साथ ही गवाह की गरिमा और सुरक्षा की भी रक्षा होनी चाहिए। गवाह को प्रभावित किया जा रहा है और उनका अपमान हो रहा है। आरोपी बहुत ताकतवर और प्रभावशाली भी हैं।’
कार्ति पर भी जल्द कसेगा शिकंजा
प्रवर्तन निदेशालय की ऐफिडेविट से ऐसा लग रहा है कि चिदंबरम के बेटे कीर्ति चिदंबरम पर भी ईडी का जल्द शिकंजा कसेगा। हालांकि कार्ति को मद्रास हाई कोर्ट से राहत मिली हुई है।
वहीं पूर्व वित्त मंत्री के वकीलों का कहना है कि वह जांच में पूरा सहयोग कर रहे हैं तो इसके विरोध में प्रवर्तन निदेशालय ने कहा कि पूर्व वित्त मंत्री का रवैया बहुत असहयोगात्मक है। एंटी मनी लॉन्ड्रिंग एजेंसी का कहना है कि मौजूदा सबूत इस बात का गवाह हैं कि मनी लॉन्ड्रिंग के अपराध में चिदंबरम प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से भागीदार रहे हैं।
यह भी पढ़ें : क्या आरबीआई और सरकार के बीच खत्म हो गए मतभेद?
यह भी पढ़ें : उपचुनाव से पहले मायावती को अखिलेश ने दिया झटका