पॉलिटिकल डेस्क
देश में लोकसभा चुनावों की तारीखों के एलान के बाद से ही मध्य प्रदेश (एमपी) में भी सियासी हलचलें तेज हो गई हैं। हालांकि, सूत्रों की माने तो मध्य प्रदेश कांग्रेस में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। कांग्रेस के लोकसभा चुनाव से अपने उम्मीदवारों की चार लिस्ट जारी की है, लेकिन अभी तक लोकसभा के चुनाव के लिए अपने किसी उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है।
इसी बीच मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को किसी ‘कठिन’ सीट से चुनाव लड़ने का आग्रह किया है। सीएम कमलनाथ ने कहा,
‘जो चार-पांच सीटें कड़ी चुनौती वाली हैं, जहां से कांग्रेस पिछले 30-35 सालों से हारती आई है, दिग्विजय सिंह से मेरा आग्रह है कि वे वहां से लड़ें।
छिंदवाड़ा से नकुलनाथ
गौरतलब है कि कमलनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद उनकी संसदीय सीट छिंदवाड़ा खाली हो गई है। खबरों की माने तो छिंदवाड़ा सीट से पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह का लोकसभा चुनाव लड़ने की चर्चा हो रही थी। इस बीच कांग्रेस आलाकमान ने छिंदवाड़ा सीट से कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ को उम्मीवार बनाने के संकेत दिए है।
भोपल से लड़ सकते हैं दिग्विजय सिंह
कांग्रेस पार्टी को एमपी में 22 से 23 सीटें जीतने की उम्मीद है। पार्टी का फोकस ऐसी सीटों पर है, जहां कांग्रेस पार्टी 1989 के बाद नहीं जीती है। ये सीटें भोपाल, इंदौर और विदिशा हैं। सीएम कमलनाथ ने भी इस बात के संकेत दिए हैं कि वे इन सीटों से दिग्गज नेताओं को मैदान में उतारेंगे। सूत्रों की माने तो दिग्विजय सिंह को कांग्रेस भोपाल से मैदान में उतारने की तैयारी कर रही है। वहीं, दिग्विजय सिंह ने कहा कि पार्टी जहां से चुनाव लड़ने को बोलेगी, वह वहीं से लड़ेंगे।
इस बार भोपाल लोकसभा सीट को कांग्रेस इसलिए भी फाइट में मान रही है कि 2018 के विधानसभा चुनाव में यहां से तीन विधायक चुनाव जीते हैं। इसी के चलते यहां से दिग्विजय भी जीत के समीकरण बिठाने में लग गए हैं।
सूत्रों की माने तो दो-तीन दिनों में उम्मीदवारों की सूची जारी कर सकती हैं। गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में चार चरणों में लोकसभा के चुनाव होने हैं। 29 अप्रैल, 6 मई, 12 मई और 19 मई को यहां मतदान होंगे।