जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. सीआईडी छत्तीसगढ़ में तैनात महिला सिपाही नौ महीने बाद उत्तर प्रदेश के वृन्दावन में एक कृष्ण मन्दिर के पास फूल बेचती हुई मिली है. नौ महीने पहले वह बगैर किसी को कुछ भी बताये हुए अचानक से लापता हो गई थी. वह कहाँ है इसके बारे में उसके घर वालों को भी जानकारी नहीं थी. अगर उसने अपना एटीएम कार्ड इस्तेमाल नहीं किया होता तो शायद पुलिस को उसके बारे में कभी भी जानकारी नहीं हो पाती.
छत्तीसगढ़ सीआईडी में तैनात महिला सिपाही अंजना सहिस नौ महीने पहले अचानक से लापता हो गई. उसने न तो अपने विभाग में कुछ बताया और न अपने घर वालों से ही कुछ कहा. अंजना पहले छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में पोस्टेड थीं. नौ महीने पहले उन्हें रायपुर में पुलिस हेडक्वार्टर में तैनात करते हुए सीआईडी में ट्रांसफर किया गया. एक दिन वह अचानक से गायब हो गईं. अंजना का जब काफी दिन तक कुछ पता नहीं चला तो घरवालों ने थाने जाकर उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई. गुमशुदगी दर्ज होने के बाद छत्तीसगढ़ पुलिस जैसे सोते से जागी और तलाश शुरू की.
पुलिस के साथ दिक्कत यह थी कि अंजना बगैर किसी को बताये अचानक से लापता हो गई थीं और उनके पास कोई मोबाइल भी नहीं था. अचानक से पुलिस ने बैंक जाकर उनके एकाउंट को खंगाला तो पता चला कि उत्तर प्रदेश के वृन्दावन से एटीएम के ज़रिये उस एकाउंट से पैसे निकाले जा रहे हैं.
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पुलिस वृन्दावन गई और ढूंढते-ढूंढते अंजना के सामने जाकर खड़ी हो गई. अंजना कृष्ण मन्दिर के बाहर फूल बेच रही थी. अंजना ने पुलिस के साथ लौटने से इनकार कर दिया. उसने कहा कि न मेरा कोई घर है न रिश्तेदार. मैं अब यहीं रहना चाहती हूँ. रायपुर के पुलिस अधिकारियों ने अंजना से यह भी कहा कि अगर उन्हें कोई पुलिस अधिकारी परेशान कर रहा है तो वह बताएं, उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जायेगी. वह वापस चलें, उनके कोई दिक्कत नहीं होने दी जायेगी. घर वाले भी उनके लिए बहुत परेशान हैं. अंजना ने एक लाइन में अपनी बात कही कि मैं सब कुछ भूलकर यहं आई हूँ. अब वापसी का कोई इरादा ही नहीं है.