
वरिष्ठ आईपीएस आनंद छाबड़ा और इन दिनों कोल घोटाले में जेल में बंद पूर्व आईएएस अनिल टूटेजा के घर भी छापा मारा गया है. हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि छापामारी की यह कार्रवाई किस सिलसिले में की गई है.भूपेश बघेल की सरकार पर कोयला घोटाला, शराब घोटाला और ऑनलाइन सट्टा के गंभीर आरोप हैं और इन आरोपों में भूपेश बघेल के कई करीबी नेता और अधिकारी लंबे समय से जेल में हैं. लेकिन, आरंभिक तौर पर इसे ऑनलाइन सट्टा से जोड़ कर देखा जा रहा है.
इस मामले में भूपेश बघेल के एक्स अकाउंट पर पर एक बयान जारी किया गया है.इसमें कहा गया है कि 8-9 अप्रैल को गुजरात में होने वाली एआईसीसी की बैठक की गठित ड्राफ़्टिंग कमेटी की मीटिंग में शामिल होने के लिए दिल्ली जाने से पहले ही सीबीआई उनके आवास पर पहुंच गई. इधर, पूर्व उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता टीएस सिंहदेव ने इसे राजनीतिक प्रतिशोध कहा है.उन्होंने कहा, “ये न्यू इंडिया है, जहां राजनीतिक प्रतिशोध से कार्रवाई की जा रही है. हर राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी को राजनीति से हटाने की कोशिश हो रही है.
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“पहले जब केंद्रीय एजेंसियां कार्रवाई करती थी, तो लोग मान कर चलते थे कि कोई तो कारण रहा होगा. अब केवल राजनीतिक बदले के लिए कार्रवाई हो रही है.” गौरतलब है कि इसी महीने की 10 तारीख़ को प्रवर्तन निदेशालय ने भूपेश बघेल के घर छापा मारा था और 33 लाख रुपये जब्त किए थे.भूपेश बघेल ने कहा था कि उन्हें पंजाब चुनाव से दूर करने के लिए केंद्र और राज्य सरकारें मिल कर साज़िश रच रही हैं. भूपेश बघेल को कांग्रेस पार्टी ने पंजाब का प्रभारी बनाया है. और कैसे लिखे