न्यूज डेस्क
आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में गुरुवार को उस वक्त हड़कंप मच गया, जब केमिकल प्लांट से जहरीली गैस का रिसाव हो गया और उसकी चपेट में आने से करीब 8 लोगों की मौत हो गई। पीएम नरेंद्र मोदी ने इस हादसे से निपटने के लिए 11 बजे आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) की बैठक बुलाई है।
In the wake of the situation in Visakhapatnam, PM @narendramodi has called for a meeting of the NDMA at 11 AM.
— PMO India (@PMOIndia) May 7, 2020
पीएम ने विशाखापत्तनम हादसे पर गृह मंत्रालय और NDMA अधिकारियों से बात भी की है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि वह इस हादसे पर करीबी नजर रखे हुए हैं। उन्होंने इस हादसे में लोगों की सेफ्टी की भी कामना की है। पीएम ने आंध्र प्रदेश के सीएम वाईएस जगन मोहन रेड्डी से भी बात की है। उन्होंने राज्य सरकार को हर प्रकार की मदद का आश्वासन दिया है।
इस बीच गृह मंत्री अमित शाह ने भी NDMA अधिकारियों से बात की है। उन्होंने कहा, ‘हम स्थिति पर करीबी नजर रखे हुए हैं और घटना की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। मैं सभी घायलों के स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’
भारत सरकार को हर औद्योगिक क्षेत्र में इन कंपनियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए और भ्रष्ट सरकार के अधिकारियों को दंडित किया जाना चाहिए। अन्यथा इस प्रकार की घटना बार-बार होगी और गरीब लोग मरते रहेंगे।
बातें नही करवाईं कीजिये श्रीमान।#Vishakapatnam #Vizag @narendramodi pic.twitter.com/c40rxBwjEB— 🇮🇳 Vinay (@VINAY200803) May 7, 2020
विशाखापट्टनम के आरएस वेंकटपुरम गांव में एलजी पॉलिमर इंडस्ट्री प्लांट में केमिकल गैस उस वक्त लीक हुई, जब लोग अपने घरों में सो रहे थे। घटना करीब सुबह 3 बजे की है, जब लोगों को गैस रिसाव की वजह से सांस लेने में दिक्कत हुई और करीब हजार से अधिक लोग बीमार पड़ गए।
1. विशाखापट्टनम जिला कलेक्टर वी विनय चंद भी घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं। कलेक्टर ने बताया कि दो घंटे के अंदर स्थिति काबू में लाई जाएगी। जिन्हें सांस लेने में तकलीफ है उन्हें ऑक्सिजन सपोर्ट दिया जा रहा है।
2. गोपालपटनम सर्कल इंस्पेक्टर रमनया ने कहा कि करीब 50 लोग सड़कों पर बेहोश पड़े हुए हैं और घटनास्थल पर पहुंचना मुश्किल होता जा रहा है। पुलिस लोगों से घर से बाहर आने और सुरक्षित जगहों पर जाने की अपील कर रही है।
Pained that yet another tragedy has hit Vizag amidst the battle against #Covid19. It is now, when we must work harder than before to ensure safety for all.
I request my Youth Congress family to provide every possible assistance to help those affected by the #VizagGasLeak. pic.twitter.com/cmzUVfqdeX
— Srinivas B V (@srinivasiyc) May 7, 2020
3. गैस के रिसाव की सूचना मिलते ही लोग जब मौके पर पहुंचे तो जहरीली गैस से उन्हें सांस लेने में दिक्कत हुई और आंखों की जलन समेत कई समस्याओं की वजह से वहीं बेहोश होकर भरभरा कर गिरने लगे। बताया जा रहा है कि लोगों को कोरोना वायरस की दहशत का अंदेशा हुआ, जिसकी वजह से सभी वारदात स्थल की ओर दौड़ पड़े और फिर बेहोश होकर गिर गए।
4. घटना की सूचना पाकर एंबुलेंस, फायर टेंडर की गाड़ियां और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। फिलहाल राहत बचाव का कार्य चल रहा है, जिसके लिए आपदा प्रबंधन की टीम को भी लगा दिया गया है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीमें घटनास्थल पर पहुंच गई हैं।
5. अधिकारियों ने बताया कि यह संयंत्र गोपालपट्नम इलाके में स्थित है। इस इलाके के लोगों ने आंखों में जलन, सांस लेने में तकलीफ, जी मचलाना और शरीर पर लाल चकत्ते पड़ने की शिकायत की।
6. बताया जा रहा है कि किंग जॉर्ज अस्पताल में काफी लोगों को भर्ती कराया गया है, जिनमें से कई की हालत नाजुक बताई जा रही है। टीवी चैनलों पर प्रसारित फुटेजो में लोग सड़कों पर बेहोश पड़े दिख रहे हैं। रिपोर्टों में बताया गया है कि गैस रिसाव को काबू कर लिया गया है।
7. आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने घटना के बारे में जानकारी ली है और जिला कलेक्टर को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि प्रभावित लोगों को उचित इलाज मिले।
8. वेस्ट जोन की एसीपी स्वरूपा रानी ने बताया कि केमिकल गैस का यह रिसाव करीब 3 किलोमीटर में फैल गया है। गैस रिसाव की घटना सुनकर कई लोग मौके पर पहुंचे, मगर आंखों में जलन और गैस की तीखी गंध को सहन करने में असमर्थ लोग सड़कों पर भरभरा कर गिर गए। इस जहरीली गैस का असर इतना ज्यादा है कि बड़ी संख्या में लोग अपने घरों में ही बेहोश हो गए। इनमें ज्यादातर बच्चे और बूढ़े हैं।
9. बताया जा रहा है कि गैस करीब 20 गावों तक फैल चुका है और लोगों को सांस लेने में दिक्कतें हो रही हैं। उस इलाके के कई गावों को खाली करा दिया गया है। कई लोग अपने घरों में कैद हैं। अधिकारियों ने लोगों को दोपहर तक गोपालपट्टनम की ओर न जाने की सलाह दी।
10. गैस रिसाव के चलते प्लांट के 3 किमी के दायरे तक लोगों में दहशत फैली हुई है। कई लोग सड़क पर ही बेहोश पड़े हुए हैं जबकि कइयों नाले में गिर गए।