जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ. राम मन्दिर के डिजाइन में कुछ बदलाव किया गया है. मन्दिर की नींव के बाद बनाई जा रही राफ्ट के निर्माण में आ रही तकनीकी कमी को दूर करने के लिए डिजाइन में बदलाव का फैसला किया गया है. पहले 27 मीटर के 17 ब्लाक बनाए जा रहे थे. 12 ब्लाक का निर्माण पूरा भी हो चुका है लेकिन राफ्ट की सीलिंग में दरार देखने के बाद अधिकारियों ने इस सम्बन्ध में बैठक कर विचार विमर्श किया. लार्सन एंड ट्रुबो ने राफ्ट के 30 ब्लाक बनाने का फैसला किया. इनकी चौड़ाई अब 27 के बजाय नौ मीटर की होगी. इसके निर्माण में तापमान को मेंटेन रखने के लिए ठंडे पानी का इस्तेमाल किया जायेगा.
राम जन्मभूमि परिसर स्थित सीता कूप के सौन्दर्यीकरण का काम भी किया जा रहा है. इस कुएं से लोग धार्मिक अनुष्ठान के लिए जल प्राप्त कर सकेंगे. इस मन्दिर को इस तरह से निर्मित किया जा रहा है कि इसकी आयु कम से कम एक हज़ार साल की हो. यही वजह है कि विशेषज्ञ लगातार इसमें सर्वोत्कृष्ट तकनीक का इस्तेमाल करने में लगे हैं.
राम मन्दिर में बन रहे हर कमरे में 16 मूर्तियाँ उकेरी जायेंगी. खम्भों पर देवी-देवताओं और ऋषि मुनियों की तस्वीरें होंगी. मन्दिर ट्रस्ट का ध्यान पूरी तरह से इसी बात पर है कि भगवान राम के मन्दिर की भव्यता में किसी तरह की कमी न होने पाए. जिस तरह से तैयारियां की जा रही हैं उससे इसके दिसम्बर 2023 तक पूरा हो जाने की उम्मीद है.
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