जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने तीन राज्यों में अपनी सरकार बना ली है। इतना ही नहीं कांग्रेस ने उसने दो राज्य आसानी से छीन लिए।
छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस की सरकार थी लेकिन विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की दोनों राज्यों में करारी शिकस्त हुई है। इस हार से कांग्रेस को बड़ी निराशा हाथ लगी है।
हालांकि उसके खाते में तेलंगाना जरूर आया है लेकिन तीन राज्यों में उसका जनाधार काफी नीचे चल गया है। इस वजह से लोकसभा चुनाव में कांग्रेस फिर से खड़ा होना चाहती है।
ऐसे में राहुल गांधी ने एक बार फिर अपने कंधों पर जिम्मेदारी उठानी शुरू कर दी है। अब जानकारी मिल रही है राहुल गांधी एक बार फिर जनता के बीच जाने की तैयारी में है। यानी कहने का मतलब है कि राहुल गांधी एक बार फिर भारत जोड़ो यात्रा से जनता के बीच जायेगे लेकिन इस बार उनका पूरा फोकस लोकसभा चुनाव पर होगा।
एक मीडिया रिपोर्ट से पता चला है कि इस बार कांग्रेस बेरोजगारी और महंगाई जैसे मुद्दों पर यात्रा के दौरान ज्यादा ध्यान देगी। राहुल गांधी इन मुद्दों को खासतौर पर उठाते दिखेंगे। बताया जा रहा है कि इस बार ये यात्रा जनवरी में उत्तर पूर्वी राज्यों में से शुरू हो सकती है। इसको लेकर कांग्रेस ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है और नई प्लानिंग के साथ जनता के बीच राहुल गांधी नजर आ सकते हैं।
इस दौरान लोकसभा चुनाव को देखते हुए रैलियों को संबोधित करेंगे। यह यात्रा लोकसभा चुनाव में राहुल का अभियान होगी। मीडिया रिपोर्ट से पता चला है कि राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा का दूसरा भाग अरुणाचल प्रदेश, मिजोरम या पूर्वी असम से शुरू हो सकती है।
इतना ही नहीं इस दौरान राहुल गांधी के साथ उत्तर-पूर्वी राज्यों के सभी नेता इस यात्रा का अहम हिस्सा भी होंगे। कुल मिलाकर राहुल गांधी चाहते हैं कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस फिर से जोश के साथ चुनावी दंगल में उतरे और इस वजह से भारत जोड़ो यात्रा के सहारे एक बार फिर जनता के बीच जनते मुद्दों को उठायेंगे। लोकसभा चुनाव में काफी कम दिन रह गया है और राहुल गांधी अब पूरी तरह से अपना फोकस लोकसभा चुनाव में लगाना चाहते हैं।