जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली. राज्यसभा चुनाव के बाद मध्य प्रदेश में उप चुनाव की गर्मी महसूस की जाने लगी है. मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने उन 16 सीटों पर अपना घ्यान केन्द्रित कर दिया है जिनके ज़रिये भगवा धारण कर चुके महाराजा की सुरक्षित ज़मीन में सेंध लगाई जा सकती है.
कांग्रेस ने तय किया है कि इन 16 सीटों को पूरी मजबूती से लड़ना है. जिन बूथों पर कांग्रेस कमज़ोर है उन पर सबसे ज्यादा ध्यान दिया जाएगा. कांग्रेस इस चुनाव के ज़रिये पार्टी को ज़मीन से जोड़ना चाहती है.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने पूर्व मंत्रियों और कांग्रेस विधायकों को कमज़ोर बूथों की कमान सौंपते हुए कहा है कि यह रेड ज़ोन हैं और इन्हें ग्रीन ज़ोन में बदलना है. कांग्रेस ने चम्बल इलाके में उन इलाकों की सबसे पहले पहचान का फैसला किया है जो जनाधार के मामले में कमज़ोर हैं.
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ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीजेपी में चले जाने के बाद कांग्रेस के सामने चुनौती बढ़ी है क्योंकि सिंधिया का जनाधार नकारा नहीं जा सकता. कमलनाथ ने पूर्व मंत्रियों और विधायकों से कहा है कि वह मंडल और सेक्टर स्तर पर कांग्रेस को मज़बूत करने के लिए दरवाजे-दरवाजे जाएँ.
कमलनाथ के सामने यह सर्वेक्षण लाया गया था कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने के बाद कांग्रेस बूथ स्तर पर कमजोर हो गई है. कई जगह तो पार्टी का एक भी पदाधिकारी नही बचा है. यह जानकारी सामने आते ही कमलनाथ ने कमज़ोर इलाकों को कांग्रेस का रेड ज़ोन घोषित करते हुए बड़े नेताओं को उसे ग्रीन में बदलने की ज़िम्मेदारी सौंपी है.