जुबिली न्यूज डेस्क
पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले हुए चंडीगढ़ निगम चिनाव में आम आदमी पार्टी का जलवा देखने को मिला है। आप उम्मीदवार ने वहां के वर्तमान मेयर को ही हरा दिया है। वहीं इस चुनाव में बीजेपी पूरी तरह से बैकफुट पर दिख रही है।
अब तक के नतीजों और बढ़त के अनुसार केजरीवाल की पार्टी आप ने 14 सीटें जीत ली है, जबकि बीजेपी ने 10 सीटें जीती हैं। वहीं कांग्रेस के हिस्से में सिर्फ 5 सीटें आई हैं और एक सीट पर शिरोमणि अकाली दल विजयी हुआ है।
वार्ड 18 से आप उम्मीदवार तरुना मेहता ने भाजपा की मौजूदा पार्षद सुनीता धवन को हराकर जीत हासिल की है। वहीं आप की अंजू कत्याल ने वार्ड 22 से बीजेपी की मौजूदा पार्षद हीरा नेगी को हराया।
चंडीगढ़ नगर निगम चुनावों में आम आदमी पार्टी के प्रदर्शन पर आप नेता राघव चड्ढा ने कहा कि यह केजरीवाल के शासन मॉडल की जीत है क्योंकि लोग वर्षों से बदलाव के लिए तरस रहे थे।
यह भी पढ़ें : विवादास्पद धर्म संसद को लेकर एससी के वकीलों ने CJI से क्या अपील की?
यह भी पढ़ें : महात्मा गांधी पर अभद्र टिप्पणी के बाद घिरे धर्मगुरु, केस दर्ज
यह भी पढ़ें : ABP-C Voter Survey: पंजाब में किसकी बनेगी सरकार?
अब तक घोषित नतीजों के मुताबिक भाजपा के मौजूदा मेयर रविकांत शर्मा को आप उम्मीदवार दमनप्रीत सिंह ने हरा दिया है।
शुक्रवार को चंडीगढ़ में 35 वार्डों के लिए वोट डाले गए थे। पहले 26 वार्ड ही थे, जिसे इस बार बढ़ाकर 35 कर दिया गया है। इस साल 60.45 प्रतिशत लोगों ने अपने मत का प्रयोग किया है।
मौजूदा नगर निकाय में बीजेपी के पास बहुमत है। पिछले नगरपालिका चुनावों में, बीजेपी ने 20 सीटें जीती थी और शिरोमणि अकाली दल के हिस्से एक सीट आई थी। कांग्रेस के हाथ बस चार सीटें आई थीं।
बीजेपी ने पिछले पांच वर्षों की अपनी उपलब्धियों के सहारे चुनाव लड़ा है, जबकि कांग्रेस और आप, भाजपा पर विकास कार्य करने में विफल रहने का आरोप लगाते हुए चुनावी मैदान में उतरी थी।
यह भी पढ़ें : डंके की चोट पर : मरते हुए कोरोना ने ओमिक्रान को यह क्यों समझाया कि …
यह भी पढ़ें : डंके की चोट पर : गुनाह के सबूत हैं गवाह हैं मगर माई फुट
यह भी पढ़ें : …तो क्या चार महीने बाद फिर शुरू हो जायेगा किसान आन्दोलन
दोनों पार्टियों ने बीजेपी को दादुमाजरा कूड़ा भंडारण स्थल की समस्या न सुलझाने और आवश्यक सामग्रियों की कीमतें बढऩे को लेकर भी घेरा था।
इससे पहले तक हर पांच साल में होने वाले इस नगरपालिका चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिलती रही है, लेकिन आम आदमी पार्टी के आ जाने से इस बार मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है।