जुबिली स्पेशल डेस्क
आखिरकार हेमंत सोरेन को गिरफ्तार होना पड़ा है। इतना ही नहीं केंद्रीय जांच एजेंसी (ईडी) की गिरफ्तारी से पहले उनको झारखंड की सीएम कुर्सी तक छोडऩी पड़ी है।
पिछले काफी समय से केंद्रीय जांच एजेंसी (ईडी) उससे लगातार पूछताछ कर रही थी और तब ऐसा लग रहा था उनकी गिरफ्तारी भी हो सकती है। ऐसे हालातों में उन्होंने पहले अपने सभी विधायकों को मौजूदा स्थिति से अवगत कराया और सीएम की कुर्सी किसी और सौंपने पर बात की और फिर तय हुआ कि चंपई सोरेन को सीएम की जिम्मेदारी सौंपी जाये।
इसके बाद हेमंत सोरेन ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा भी दे दिया और फिर जिस बात का डर था वहीं हुआ और उनको फौरन गिरफ्तार भी कर लिया गया है।
इस बीच झारखंड मुक्ति मोर्चा के दिग्गज नेता चंपई सोरेन आज झारखंड के नए मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेंगे।चंपई सोरेन को बहुमत साबित करने के लिए 10 दिन का वक़्त दिया गया है। हेमंत सोरेन की कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तारी के 24 घंटे से ज्यादा समय के बाद राज्यपाल ने गुरुवार देर शाम उन्हें शपथ लेने के लिए आमंत्रित किया।
बता दे कि इस पूरे प्रकरण से विधायक काफी नाराज है और वो राजभवन में मौजूद थे ताकि ये बताया जा सके सभी एकजुट है और उनके पास बहुमत का आंकड़ा भी है लेकिन इसके बावजूद राज्यपाल ने अभी कोई फैसला नहीं किया था। देश के जाने-माने न्यूज चैनल की माने तो हेमंत सोरेन ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा जरूर दे दिया है, लेकिन अब भी कार्यवाहक सीएम के तौर पर काम करते रहेंगे। संविधान विशेषज्ञ पीडीटी अचारी के अनुसार मुख्यमंत्री के इस्तीफे के बाद जब तक नए मुख्यमंत्री शपथ नहीं ले लेते, तब तक वही कार्यवाहक सीएम के तौर पर अपनी जिम्मेदारी निभाते रहेंगे।