जुबिली न्यूज डेस्क
कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले दो महीनों से दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शनकर रहे किसानों ने 26 जनवरी को दिल्ली की सड़कों पर शांतिपूर्ण तरीके से ट्रैक्टर परेड निकालने का वादा किया था, मगर यह वादा खोखला साबित हुआ। गणतंत्र दिवस के मौके पर दिल्ली में दिनभर चारों तरफ बवाल और झड़पें होती रहीं।
गणतंत्र दिवस के मौके पर दिल्ली में ऐसा उत्पात मचेगा, इसकी उम्मीद किसी को नहीं थी, लेकिन हकीकत तो यही है कि 26 जनवरी को दिल्ली में प्रदर्शनकारी किसानों ने ऐसा बवाल काटा, जिसकी गूंज काफी समय तक सुनाई देगी। जबकि किसानों को पता था कि पूरी दुनिया की निगाहे उनके प्रदर्शन पर है।
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मंगलवार को ट्रैक्टर परेड के दौरान हिंसा में 86 पुलिसकर्मी समेत 100 से अधिक लोग घायल हो गए हैं। हालांकि, अब इस मामले में पुलिस ने एक्शन लिया है और अब तक 22 एफआईआर दर्ज की हैं। माना जा रहा है कि अभी और एफआईआर दर्ज की जाएंगी।
15 FIRs have been registered in connection with the violence during farmers’ tractor rally yesterday. So far, 5 FIRs have been lodged in Eastern Range: Delhi Police Sources
— ANI (@ANI) January 27, 2021
दिल्ली की सीमाओं मसलन सिंघु बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर और गाजीपुर बॉर्डर से शुरू हुआ ट्रैक्टर परेड हिंसा, झड़प और बवाल के बीच लालकिला पर पहुंचकर खत्म हुआ।
Delhi: Security tightened at Red Fort in the national capital.
A group of protestors climbed to the ramparts of the fort and unfurled flags yesterday. pic.twitter.com/ovGx9mugzS
— ANI (@ANI) January 27, 2021
गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान की घटना को देखते हुए लाल किले पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। इसके अलावा सिंघु बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ाई गई है जहां पिछले दो महीनों से किसान प्रदर्शन कर रहे हैं।
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