जुबिली पोस्ट ब्यूरो
लखनऊ। हाल ही में हुई पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा में चयनित 7 अभ्यर्थियों के हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के शैक्षिक प्रमाणपत्र सत्यापन में फर्जी पाए गए हैं। सभी के खिलाफ मुजफ्फरनगर के सिविल लाइंस थाने में गुरुवार रात रिपोर्ट दर्ज करा दी गई है।
सूबे में हाल ही में पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा आयोजित कराई गई थी, जिसमें बड़ी संख्या में युवाओं ने प्रतिभाग किया था। इनमें से जो अभ्यर्थी मेरिट लिस्ट के जरिये चयनित हुए, उत्तर प्रदेश पुलिस मुख्यालय प्रयागराज द्वारा उन सभी से शैक्षिक प्रमाणपत्र सत्यापन के लिए मंगाए गए थे।
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से भी बड़ी संख्या में अभ्यर्थी पुलिस आरक्षी भर्ती के लिए चयनित हुए थे, जिन्होंने शैक्षिक प्रमाणपत्रों की प्रतिलिपि पुलिस मुख्यालय को प्रेषित कर दी थी। उक्त सभी के प्रमाणपत्रों की जांच अपर सचिव भर्ती एवं प्रोन्नति लखनऊ द्वारा की गई थी।
सीओ ऑफिस हीरालाल कन्नौजिया ने बताया कि शैक्षिक प्रमाणपत्रों के सत्यापन के दौरान जनपद के सात युवाओं के हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के प्रमाणपत्र फर्जी पाए गए। इस पर अपर सचिव भर्ती एवं प्रोन्नति लखनऊ ने पुलिस मुख्यालय प्रयागराज को अपनी रिपोर्ट प्रेषित कर दी थी।
इसके आधार पर पुलिस मुख्यालय ने जनपद पुलिस को उक्त सभी सात अभ्यर्थियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के निर्देश दिए थे। इसके अनुपालन में सभी आरोपियों के खिलाफ सिविल लाइंस थाने में बृहस्पतिवार देर शाम धोखाधड़ी व अन्य संबंधित धाराओं के तहत रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। एसओ समयपाल सिंह अत्री ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज कर आरोपियों के खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है।
इन अभ्यर्थियों के शैक्षिक प्रमाणपत्र मिले फर्जी
- कलीम, निवासी गांव तावली, शाहपुर
- बेबी रानी, निवासी गांव तेवड़ा, ककरौली
- अंकित कुमार, निवासी गांव कुरावा, फुगाना
- सलीम, निवासी गांव तावली, शाहपुर
- तालीम अली, निवासी गांव तावली, शाहपुर
- अंकित कुमार, निवासी गांव हाशमपुर, रामराज
- मुशर्रफ अली, निवासी गांव तावली, शाहपुर