जुबिली न्यूज डेस्क
केंद्र सरकार ने वायुसेना दिवस के मौके पर इंडियन एयरफोर्स में अफसरों के लिए हथियार प्रणाली शाखा की स्थापना को मंजूरी दे दी है. वायुसेना प्रमुख वीआर चौधरी ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि आजादी के बाद पहली बार IAF में एक नई अभियानगत शाखा बनाई जा रही है. इ यह नई शाखा भारतीय वायुसेना के पास मौजूद हर तरह के हथियारों का प्रबंधन करेगी. स शाखा के बनने से सरकार को उड़ान प्रशिक्षण के खर्च में कटौती कर करोड़ो रुपये से अधिक की बचत करने में मदद मिलेगी.
वायुसेना ने चुनौतियों का डटकर सामना किया
एयर चीफ मार्शल विवेक राम चौधरी ने चंडीगढ़ में #IndianAirForceDay समारोह के अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि पिछले एक साल में, भारतीय वायुसेना ने अपने हिस्से की चुनौतियों का डटकर सामना किया है और सभी मोर्चों पर पूरी तरह खरी उतरी है. यह नॉन-काइनेटिक और नॉन-लीथल वारफेयर का जमाना है और इसने युद्ध के तरीकों को पूरी तरह बदल दिया है. पारंपरिक प्रणालियों और हथियारों को आधुनिक, लचीली और अनुकूली प्रौद्योगिकी के साथ संवर्धित करने की आवश्यकता है. हमें अपनी कॉम्बैट पावर को इंटीग्रेट करके इसके इस्तेमाल की आवश्यकता है; तीन सेवाओं की शक्तियों को एकीकृत करने की प्रक्रिया चल रही है.
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3,000 वायु अग्निवीरों को शामिल करेंगे
वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने कहा कि हमें अपने पूर्ववर्तियों की कड़ी मेहनत, लगन और दूरदर्शिता से विरासत में गौरवपूर्ण इतिहास मिला है. अग्निपथ योजना के माध्यम से वायु योद्धाओं को #IndianAirForce में शामिल करना हम सभी के लिए एक चुनौती है. लेकिन इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि यह हमारे लिए भारत के युवाओं की क्षमता का दोहन करने और इसे राष्ट्र की सेवा में लगाने का अवसर है. वायुसेना प्रमुख ने कहा कि इस साल दिसंबर में, हम शुरुआती प्रशिक्षण के लिए 3,000 वायु अग्निवीरों को शामिल करेंगे.आने वाले वर्षों में यह संख्या और बढ़ेगी.
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