मुख्य सचिव के पद से इस्तीफा देकर ममता बनर्जी के सलाहकार बने अलापन के खिलाफ ऑल इंडिया सर्विसेज के रूल्स के तहत अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी…
जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्य सचिव और वर्तमान में सीएम ममता बनर्जी के मुख्य सलाहकार अलापान बंदोपाध्याय एक बार फिर सुर्खियों में है। जानकारी के मुताबिक में सीएम ममता बनर्जी के मुख्य सलाहकार अलापान बंदोपाध्याय के खिलाफ केंद्र सरकार ने कदाचार, दुर्व्यवहार के लिए अनुशासनात्मक कार्यवाही शुरू कर दी है।
इसके साथ ही उनके एक बड़ा जुर्माना लगाने का प्रस्ताव दे दिया गया है। केंद्रीय कार्मिक एवं प्रशिक्षण मंत्रालय अलापान बंदोपाध्याय को लेकर सख्त नजर आ रहा है।
इतना ही नहीं केंद्र सरकार ने उनके खिलाफ जांच के आदेश दिया है। कार्मिक मंत्रालय ने अलापन से कहा है कि वह अपने बचाव में लिखित बयान सौंप सकते हैं। या फिर वो खुद पेश होकर घटना की वजह को स्पष्ट कर सकते हैं। अगर वो ऐसा नहीं करते हैं, तो जांच कमेटी उन पर लगे आरोपों के आधार पर एकतरफा फैसला लिया जा सकता है।
बता दें कि पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव अलापन बंदोपाध्याय को लेकर केंद्र सरकार और राज्य सरकार आमने-सामने है लेकि दिल्ली बुलाए जाने के बाद खड़े हुए विवाद के बीच अचानक से रिटायर हो गए थे। इसके साथ ही अलापन बंदोपाध्याय को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का मुख्य सलाहकार बना गए।
Department of Personnel and Training has informed former West Bengal chief secretary Alapan Bandyopadhyay (in file pic) that Central Govt proposes to hold major penalty proceedings against him under All India Services (Discipline and Appeal) Rules pic.twitter.com/ejl0T2ftqZ
— ANI (@ANI) June 21, 2021
बताया जा रहा है कि बंदोपाध्याय को तीन महीने का कार्यकाल विस्तार मिला था, जिसे खारिज करते हुए उन्होंने रिटायरमेंट का फैसला लिया था। इससे पूर्व पश्चिम बंगाल सरकार और केंद्र सरकार के बीच एक बार फिर रार देखने को मिल रही है।
दरअसल मुख्य सचिव अलापन बंद्योपाध्याय के तबादले को लेकर अब राज्य सरकार और केंद्र सरकार के बीच तलवारे खींचती नजर आ रही थी। बता दें कि जब पीएम मोदी की चक्रवात यास से हुए नुकसान को लेकर बुलाई गई समीक्षा बैठक में सीएम ममता बनर्जी और यहां तक कि मुख्य सचिव समय पर नहीं पहुंचे थे।
इसके बाद केंद्र ने देर किये बगैर मुख्य सचिव अलपन बंदोपाध्याय को दिल्ली तलब कर लिया था और उन्हें नार्थ ब्लॉक में रिपोर्ट करना था लेकिन वो दिल्ली नहीं पहुंचे थे। इसके बाद तो यहां तक कहा जा रहा था कि केंद्र सरकार अब उनके खिलाफ एक्शन ले सकती है।