जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली। WhatsApp पर इन दिनों एक फेक मैसेज सर्कुलेट हो रहा है, जिसमें दावा किया गया है कि केंद्र सरकार की तरफ से कोविड-19 फंड से 18 साल से ज्यादा उम्र के सभी भारतीय नागरिकों को 1.30 लाख रुपये भुगतान का आदेश दिया है।
इस तरह के मैसेज के साथ एक लिंक साझा की गई है। इस लिंक पर क्लिक करके फंड के लिए वेरिफाई करना होता है कि आखिर किसे 1.30 लाख रुपये का फंड मिलेगा और किसे नही।
WhataApp यूजर को ऐसे किसी भी मैसेज पर भरोसा नही करना चाहिए। साथ ही इस मैसेज की लिंक पर क्लिक नही करना चाहिए। ऐसा करने पर आप फ्रॉड का शिकार हो सकते हैं। केंद्र सरकार की तरफ से साफ किया गया है कि यह एक फर्जी मैसेज है। सरकार ने ऐसा कोई आदेश नही जारी किया है।
ये भी पढ़े: कोरोना वैक्सीन को लेकर पीएम मोदी ने क्या कहा?
ये भी पढ़े: शादी का झांसा देकर दरोगा ने विधवा से की शर्मनाक हरकत
Claim: A message circulating on #WhatsApp claims that the Government has ordered payment of ₹130,000 as #Covid funding to all citizens above the age of 18.#PIBFactCheck: The claim is #Fake. No such announcement has been made by the Government. pic.twitter.com/NF8dH08wLW
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) November 24, 2020
सरकार की मानें, तो इस तरह के मैसेज को यूजर डेटा चोरी करने और बैकिंग फ्रॉड को अंजाम देने के लिए तैयार किया जाता है। इस मैसेज की लिंक पर क्लिक करने पर आपका मोबाइल हैक हो सकता है।
ये भी पढ़े: मां-बाप ही बने हैवान, अपनी ही बेटी को मरने…
ये भी पढ़े: अब बॉलीवुड की रज्जो पहुंची मालदीव, शेयर की बोल्ड तस्वीरें
इससे हैकर्स आपको फोन से सारी जानकरी ऑटोमेटिक डाउनलोड कर सकते हैं। इस तरह के मैसेज सोशल मीडिया पासवर्ड, UPI डिटेल चोरी कर सकते हैं।
कुछ वक्त पहले एक अन्य फर्जी मैसेज WhatsApp पर शेयर किया गया था, जिसमें दावा किया गया था कि केंद्र सरकार की तरफ से मुफ्त में भारतीय नागरिकों को सोलर पैनल देने की स्कीम चलायी जा रही है। इसके लिए यूजर से एक फॉर्म फिल कराया जाता था। इस फॉर्म के जरिए हैकिंग की घटना को अंजाम दिया जाता था।
मौजूदा वक्त में फिशिंग अटैक भारत में काफी पॉप्युलर टूल है। इसमें मैसेज, या फिर किसी इलेक्ट्रॉनिक मोड के जरिए एक लिंक भेजी जाती है। इसमें फर्जी सोशल मीडिया का यूआरएल होता है, जिस पर आईडी पासवर्ड डालते ही आपकी अहम जानकारी चोरी कर ली जाती है।
ये भी पढ़े: शिवसेना विधायक के घर ईडी ने मारा छापा
ये भी पढ़े: दिसंबर के दूसरे सप्ताह में लखनऊ पहुंचेगी कोरोना वैक्सीन