न्यूज डेस्क
कोरोन वायरस के संकट काल में जहां पूरा देश इस आपदा से लड़ रहा हैं, वहीं दूसरी ओर पश्चिम बंगाल की जनता को इस खतरनाक वायरस के साथ-साथ राजनीतिक वायरस को झेलना पड़ रहा है। पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार और केंद्र सरकार के बीच कोरोना वायरस संकट के बीच भी सहमति नहीं बनती दिख रही है।
केंद्र सरकार का आरोप है जहां इंटर-मिनिस्ट्रीयल सेंट्रल टीमों (ICMTs) के साथ पश्चिम बंगाल प्रशासन सहयोग नहीं कर रहा है, वहीं पश्चिम बंगाल सरकार ऐसी ही आरोप केंद्र सरकार पर भी मढ़ रही है।
दरअसल, कोरोना संकट के दौर में किस राज्य की स्थिति क्या है, इसका जायजा लेने के लिए गठित केंद्रीय टीम पर पश्चिम बंगाल में राजनीति चरम पर पहुंच गई। हद तो यह हो गई कि राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने यहां तक कह दिया कि केंद्र की टीम राज्य में राजनीतिक वायरस फैलाने आई थी। इससे पहले, पश्चिम बंगाल गई इंटर-मिनिस्ट्रियल सेंट्रल टीम (आईएमसीटी) ने कोरोना मरीजों और स्वास्थ्य संसाधनों की वास्तविक स्थिति ना बताने पर नाराजगी जाहिर की।
Inter-ministerial central teams visiting Bengal to assess #COVID19 situation served no purpose. Their real aim is to spread ‘political virus’. They are doing it shamelessly: TMC
— Press Trust of India (@PTI_News) April 25, 2020
आईएमसीटी का कहना है कि प्रदेश सरकार को 4 पत्र लिखे जा चुके हैं, उसके बावजूद सरकार ने राज्य में स्थापित कोविड-19 अस्पतालों, क्वारंटीन सेंटर और कंटेनमेंट जोन की प्रोपर जानकारी उपलब्ध नहीं कराई है। इस पर ‘दीदी’ तुरंत अपने चिरपरिचित तेवर में आ गईं। उन्होंने कहा है कि कोविड-19 की स्थिति का आंकलन करने के लिए कोविड-19 की स्थिति जानने के लिए बंगाल का दौरा करने वाली इंटर-मिनिस्ट्रियल सेंट्रल टीम ने कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा आरोप लगाया कि केंद्रीय टीमों का असली उद्देश्य ‘राजनीतिक वायरस’ फैलाना है और वो यह काम बेशर्मी से कर रहे हैं।
प्रदेश की सीएम ममता बनर्जी ने कोविड 19 पर कोलकाता समेत देश के कुछ शहरों में केंद्र द्वारा टीम भेजने का विरोध शुरू से किया था। ममता बनर्जी ने कहा था कि आखिर किस आधार पर केंद्र सरकार इंटर मिनिस्ट्रियल सेंट्रल टीम भेजने का फैसला कर रही है। दीदी ने कहा था कि वे पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह से अपील करती हैं कि केंद्र टीम भेजने का आधार बताए, तबतक वे इस दिशा में आगे कोई कदम नहीं बढ़ा पाएंगी। दीदी के शुरुआती बयानों से ही स्पष्ट हो गया था कि केंद्र टीमों के हस्तक्षेप के बाद पश्चिम बंगाल की राजनीति में तूफान आने वाला है।
पश्चिम बंगाल में कोविड-19 से हालात का जायजा लेने उत्तर बंगाल पहुंची केंद्र की एक टीम ने पश्चिम बंगाल सरकार को पत्र लिख कर उत्तर बंगाल में लॉकडाउन का और सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित करने को कहा। दो केन्द्रीय टीमें राज्य के दौरे पर हैं।
एक टीम कोलकाता और दूसरी उत्तर बंगाल के सिलिगुडी का दौरा कर रही हैं। उत्तर बंगाल का दौरा कर रही टीम ने प्रदेश के मुख्य सचिव को पत्र लिख कर कहा कि हालत पर नजर रखने और सरकार द्वारा उठाए गए विभिन्न कदम कितने प्रभावी साबित हो रहे हैं, इसकी जानकारी देते रहें।