न्यूज़ डेस्क
सरकार 2021 में होने वाली जनगणना मोबाइल ऐप के जरिये करवाएगी। इसके जरिये सरकार ने जानकारी को इकट्ठा करने के लिए ज़मीन तैयार कर ली है। सवा अरब से अधिक नागरिकों की जनगणना मोबाइल से कराने के लिए सरकार ने एक विकसित ऐप तैयार कर लिया है। इस ऐप के जरिये प्रत्येक नागरिक के संबंध में 60 से अधिक जानकारियां हांसिल की जा सकेंगी। इसके बाद इसी ऐप के डेटाबेस से राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर और बाद में नागरिकता कार्ड जारी किए जाएंगे।
सूत्रों के अनुसार इस कार्य के लिए शिक्षकों को लगाया जायेगा। उसके लिए शिक्षकों को ऐप के जरिए जानकारी हांसिल करने के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। शिक्षकों के मोबाइल में इस ऐप को फीड करने के बाद इन्हें डाटा एकत्रित करने की जानकारी दी जाएगी। हालांकि, विकल्प के तौर पर कागज के फार्म भी होंगे।
डिजिटल इंडिया बनाने के लिए लगातार तत्पर सरकार को इस कदम से भी काफी उम्मीद है अधिकतर लोग कागज के फार्म की जगह मोबाइल का इस्तेमाल करेंगे। क्योंकि यह न सिर्फ आसान है, बल्कि इससे जल्द से जल्द डाटा एकत्र किया जा सकता है। माना जा रहा है कि जनगणना कार्य में 27 लाख कर्मियों को लगाया जाएगा।
आसान होगी जनगणना
इससे पहले कागज के फार्म पर जानकारी इकट्ठा कर इसका विश्लेषण बेहद कठिन और लंबी प्रक्रिया थी। इस नए विकसित मोबाइल ऐप से विश्लेषण बेहद आसान होगा। एक बार ऐप में जानकारी इकट्ठा होते ही कई विश्लेषण खुद से ही हो जाएंगे। इसके साथ ही समय भी कम लगेगा।
हांसिल कर सकेंगे कई जानकारियां
इस मोबाइल ऐप के जरिए 2021 में होने वाली जनगणना में 60 से अधिक जानकारियां इकट्ठा की जाएंगी। इसके तहत जो जानकारी मिलेंगी उसमें घर में उपलब्ध सुविधाएं, पेयजल, बिजली के स्रोत, वाहन, धर्म, व्यवसाय, लिंग, साक्षरता, मातृभाषा शामिल होंगी। वहीं, एनपीआर के लिए इस ऐप में अलग सेट होगा। इसमें नाम, जन्मतिथि, पिता का नाम, आधार, पासपोर्ट, मोबाइल, पैन नंबर, मतदाता पहचान पत्र संख्या शामिल होंगी।
अगस्त में होगा ट्रायल
अगले साल होने वाली जनगणना की प्रक्रिया अप्रैल महीने से होगी। इसके लिए इसी साल से अगस्त में ऐप का फील्ड ट्रायल होगा। इस ट्रायल के जरिये ऐप आने वाली कमियों को चिन्हित कर इसे दूर किया जाएगा। इसके बाद प्रशिक्षण के लिए कर्मियों की पहचान कर प्रशिक्षण देने की शुरुआत होगी।