महेंद्र प्रताप सिंह
नए वर्ष के पहले दिन भारतीय सेना के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ जनरल बिपिन रावत ने नई दिल्ली में नेशनल वॉर मेमोरियल पर शहीदों को नमन किया। कल थल सेना प्रमुख पद से सेवानिवृत्त हुए 62 वर्षीय रावत मार्च 2022 तक इस पद पर रहेंगे। आज नए सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरबड़े ने भी शहीदों को श्रद्धान्जलि दी।
बता दें कि दुनिया के कई देशों में CDS का पद पहले से ही है। वहीं कारगिल युद्ध के समय से ही सेनाओं के बेहतर समन्वय और उपयोग के लिए CDS की जरूरत महसूस की जा रही थी।
POK लेना हो सकता है पहले CDS का लक्ष्य
भारतीय सेना की बढ़ती ताकत, जम्मू कश्मीर से 370 की समाप्ति, पाकिस्तान पर दो दो स्ट्राइक, जनरल के समय मे ही हुई है और POK लेना मोदी सरकार की प्राथमिकता में है, अब जब भारत को पहला CDS मिला है तो ये अटकलें लगाई जा रही है कि जनरल बिपिन रावत का लक्ष्य POK लेना हो सकता है।
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तीनो सेनाएं मिलकर 3 नही 7 का काम करेंगी
CDS तीनो सेनाओं को समन्वित करके संसाधनों का बेहतर उपयोग करके एक ऐसा मेकेनिज्म तैयार करेंगे जिसमे हम युद्ध की स्थिति में स्वयं के कम से कम नुकसान में शत्रुओं पर पूरी ताकत से हमला करके उन्हें नष्ट कर सके।
रावत ने CDS का पद ग्रहण करने के बाद पहली प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि तीनों सेनाएं मिलकर काम करेंगी, रक्षा सौदों एव निर्माण में तेजी आएगी और जो सेना के प्लान होंगे उन्हें पूरा करेंगे, तीनो सेनाएं मिलकर 3 नही 7 का काम करेंगी।
सेना के राजनैतिक झुकाव पर रावत ने कहा कि सेना राजनीति से पूरी तरह दूर रहती है, परन्तु हम पदेन सरकार की सुनते हैं, वो जो आदेश देती है उन्हें पूरा किया जाता है।
गौरतलब है कि युद्ध की सफलता तीनो सेनाओं के बेहतर तालमेल पर निर्भर करती है और यह काम अब रावत अपने अब तक के अनुभवों के आधार पर करेंगे, किसके पास क्या कमी है उसे पूरा करके सेना की अधिकतम ताकत का उपयोग करके शत्रुओं को नष्ट करेंगे।
(लेखक पेशे से शिक्षक हैं, लेख में उनके निजी विचार हैं)
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