जुबिली न्यूज डेस्क
देश में एक बार फिर कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से तालाबंदी जैसी स्थिति बन गई है। कई प्रदेशों में तो रात में कर्फ्यू तो रविवार को लॉकडाउन कर दिया है।
वहीं सीबीएसई की ओर से कराई जानी वाली बोर्ड परीक्षाओं में करीब तीन हफ्ते का समय बचा हुआ है। वर्तमान हालात देखते हुए 10वीं और 12वीं क्लास के एक लाख से अधिक स्टूडेंट्स ने याचिकाओं पर हस्ताक्षर कर केंद्र सरकार से 4 मई से शुरू हो रही बोर्ड परीक्षाएं रद्द करने या उन्हें ऑनलाइन कराने का अनुरोध किया है।
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पिछले दो दिनों से ट्विटर पर भी हैशटैग ‘कैंसल बोर्ड एग्जाम्स 2021’ ट्रेंड कर रहा है। वहीं इस मामले में केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड और काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशंस (CISCE) ने कहा कि छात्रों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त बंदोबस्त किए गए हैं और परीक्षाओं के दौरान कोविड-19 के सभी दिशा निर्देशों का पालन किया जाएगा।
तनाव में हैं छात्र
‘चेंज डॉट ओआरजी’ पर एक याचिका में कहा गया है देश में कोरोना संक्रमण से हालात दिन-ब-दिन बदतर होते जा रहे हैं। जब देश में कोरोना के कुछ ही मामले थे तो उन्होंने बाकी की बोर्ड परीक्षाएं रद्द कर दी थी और अब जब कोरोना के मामले चरम पर हैं तो वे स्कूलों को खोलने की योजना बना रहे हैं।
हम शिक्षा मंत्री से इस मामले पर विचार करने और इस साल होने वाली सभी परीक्षाएं रद्द करने का अनुरोध करते हैं क्योंकि छात्र पहले ही बहुत तनाव में हैं।
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एक महीने के लिए तारीख बढ़ाने की मांग
10वीं क्लास की स्टूडेंट दिव्या गर्ग ने ट्विटर पर केंद्र सरकार से कम से कम एक महीने के लिए एग्जाम रद्द करने और फिर मामलों की संख्या के आधार पर स्थिति की समीक्षा करने का अनुरोध किया।
वहीं एक अन्य यूजर ने ट्वीट किया, ‘स्टूडेंट इस महामारी में अब तक काफी दिक्कतों का सामना कर चुके हैं। क्लासेज ऑनलाइन हुईं इसलिए एग्जाम भी ऑनलाइन होनी चाहिए या छात्रों को अगली कक्षा में प्रोन्नत किया जाना चाहिए।’