न्यूज डेस्क
राजधानी लखनऊ के पासपोर्ट अधीक्षक विकास मिश्रा के ठिकानो पर सीबीआई ने छापेमारी की। इस दौरान सीबीआई को विकास मिश्रा के घर से करीब 12 लाख रूपये और करीब पांच लाख रूपये के जेवर बरामद हुए हैं। इसके साथ ही छापेमारी में 45 बैंक खाते, दो बैंक लॉकर, 26 फिक्स्ड डिपाजिट सहित कई अन्य सम्पतियों से जुड़े दस्तावेजों के बारे में पता चला है।
गौरतलब है कि सीबीआई की एंटी करप्शन ब्रांच ने विकास मिश्रा के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया था। इसके बाद सीबीआई ने उनके गोमतीनगर के विजय खंड, विभव खंड और विभूति खंड और वाराणसी स्थित ठिकानो पर छापेमारी की। इन ठिकानों से निवेश से जुड़े दस्तावेज और संपत्तियों के कागजात बरामद हुए हैं।
ऐसा बताया जा रहा है कि विकास और उनके करीबियों के जिन 45 बैंक खातों के बारे में भी जानकारी मिली है। उन सभी खातों का ब्योरा जुटाया जा रहा है। इसके अलावा जो पांच लाख रूपये की जूलरी बरामद की गई है। उसका स्रोत पूछे जाने पर विकास मिश्रा कुछ जानकारी नहीं दे पाए है।
बता दें कि पासपोर्ट अधिकारी विकास मिश्र 2018 में तन्वी और अनस पासपोर्ट मामले के चलते सुर्खियों में आए थे। इसके बाद उनका तबादला लखनऊ से वाराणसी हो गया था। लेकिन अभी कुछ दिन पहले ही विकास को दोबारा लखनऊ में तैनाती मिली थी।
दरअसल पासपोर्ट अधिकारी विकास मिश्रा पर आवेदक तन्वी सेठ ने बदसलूकी का आरोप लगाया था। तन्वी सेठ के अनुसार, जब वह अपना आवेदन लेकर विकास मिश्रा के पास पहुंची थी तो उन्होंने मुस्लिम से शादी करने को लेकर निजी कमेंट किए। इसका विरोध किया तो विकास मिश्रा ने उनके साथ बदसलूकी की। इस पूरे मामले की शिकायत ट्विटर के जरिये विदेश मंत्रालय से की थी।