जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. सुप्रीम कोर्ट की नाराजगी के बाद सक्रिय हुई सीबीआई ने शनिवार को धनबाद में जज उत्तम आनंद की मौत का राज़ जानने की कोशिशें तेज़ कर दीं. सीबीआई की टीम उस स्थान पर पहुंची जहाँ पर जज की ऑटो से कुचलकर मौत हो गई थी. सीबीआई टीम ने क्राइम सीन रीक्रियेट कर मामले की छानबीन की. पड़ताल की विडियोग्राफी कराई गई. सड़क से उसी तरह से एक ऑटो गुज़ारा गया. इस ऑटो पर सीबीआई अधिकारी सवार थे. जहाँ पर ऑटो रुका वहां ज़मीन पर एक व्यक्ति पड़ा हुआ था.
इस वीडियोग्राफी के ज़रिये जज के साथ हुए हादसे के हर बिंदु का अध्ययन किया जाएगा. सीबीआई इसी के ज़रिये अदालत में जज के हर सवाल का जवाब देने की तैयारी करेगी. इसी वीडियो के ज़रिये सीबीआई अदालत को भी इस हादसे के पूरे घटनाक्रम से परिचित करायेगी.
जज उत्तम आनंद की मौत धनबाद की सड़क पर सुबह टहलते समय ऑटो की टक्कर लगने से हुई थी. झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार ने मामले की जांच सीबीआई से कराने की फ़ौरन ही सिफारिश कर दी थी. इस मामले की जांच पुलिस और एटीएस मिलकर कर रही थीं. ऑटो चालक समेत कई लोग इस मामले में गिरफ्तार किये गए थे जिनसे पूछताछ की जा रही थी लेकिन सीबीआई ने इस केस को अपने हाथ में नहीं लिया था. इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को लताड़ा और कहा कि सीबीआई जजों और अदालतों की सुरक्षा संबंधी मामलों में दिलचस्पी नहीं दिखाती है. सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में सरकार से भी जवाब तलब किया था.
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सीबीआई ने ऑटो ड्राइवर लखन वर्मा और उसके साथी राहुल वर्मा से पूछताछ के लिए अदालत से पांच दिन की रिमांड माँगी थी जो उसे मिल गई है. सीबीआई इन दोनों से पूछताछ कर जज की मौत की असली वजह को पता करने की कोशिश करेगी.