प्रमुख संवाददाता लखनऊ. हाईकोर्ट के पास दीवारों पर खूबसूरत पेंटिंग्स बनाते कलाकार सड़क पर गुजरने वालों के आकर्षण का केन्द्र बन गए. यह कलाकार पेंटिंग भी बना रहे थे और हैशतैग्स के साथ समाज को सन्देश भी देते जा रहे थे. महिला अधिकारों और महिला सशक्तिकरण का सन्देश देती इन …
Read More »लिट्फेस्ट
हैप्पी बर्थडे शेखर कपूर : जिसने बालीवुड से हालीवुड तक डंका बजाया
जुबिली न्यूज़ डेस्क नई दिल्ली. छह दिसम्बर की तारीख अयोध्या के साथ जुड़ गई है. यह तारीख सामने आती है तो ज़ेहन में बाबरी मस्जिद पर चढ़ी कारसेवकों की भीड़ नजर आती है लेकिन इस तारीख की एक और मायने में बड़ी अहमियत है. छह दिसम्बर को फ़िल्मी दुनिया की …
Read More »किसान आंदोलन ने तो कवियों और शायरों को भी जगा दिया है
शबाहत हुसैन विजेता पूस के महीने की ठंडी रातों में भी दिल्ली के चारों तरफ किसान आंदोलन की गर्मी सभी को महसूस हो रही है। दिल्ली जाने वाली हर सड़क पर किसानों का डेरा है। जब सत्ता इस आंदोलन को सियासी कुचक्रों में फँसाने के लिए पैंतरे चल रही है …
Read More »किसानों के बहाने सत्ता की हकीकत बता रही है देवेन्द्र आर्य की गज़ल
देश में चल रहे किसान आंदोलन ने कवियों को भी छुआ है । गजलगो देवेन्द्र आर्य ने वर्तमान माहौल पर एक सचेत साहित्यकार की तरह हमेशा ही टिप्पणी की है । उनकी इन गज़लों में भी आप इसे महसूस कर सकते हैं। गोरखपुर में रहने वाले देवेन्द्र आर्य अपनी हिन्दी गज़लों …
Read More »‘यादों’ को नई पहचान देने वाले शायर डॉ. बशीर बद्र की याददाश्त गुम
उत्कर्ष सिन्हा “उजाले अपनी यादों के हमारे साथ रहने दो, न जाने किस गली में ज़िंदगी की शाम हो जाए .” ये मशहूर शेर कहने वाला मकबूल शायर फिलहाल अपनी याददाश्त से ही जंग लड़ रहा है। हम बात कर रहे हैं इस दौर के सबसे बड़े शायर बशीर बद्र …
Read More »कथाकार नरेन: साहित्य के साथ सिनेमा और विज्ञान में भी दखल
जयनारायण प्रसाद पिछले साल दुर्गापूजा उत्सव के बीच पटना जाना हुआ था। साथ में मित्र धर्मेंद्र कुमार माहुरी भी थे। नरेन को फोन किया, तो कहने लगा- मेरे यहां ही ठहरना होगा। उसकी जिद् के आगे नतमस्तक था। पूरे एक दिन और एक रात उसके घर ही था। खूब बातचीत …
Read More »ललकी चुनरिया उढ़ाई द नजरा जइहैं मइया ….
प्रमुख संवाददाता लखनऊ. उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी के स्थापना दिवस पर पारम्परिक गीतों का उछाह हिलोरें लेता दिखाई दिया. यहां छठ पर्व के क़रीब- छठी माई के घरवा पे… व उगहे सुरुज देव भइले भिनसरवा…. जैसे छठ गीतों के संग माड़व तो भल सुंदर…. व अम्मा सावन मां जिया …
Read More »देश दुनिया में चमक रहा हापुड़ का शिल्पकला उद्योग
जुबिली न्यूज़ डेस्क लखनऊ। कोरोना संकटकाल में देश दुनिया के बाजारों में आयी मंदी के बीच घरेलू उत्पादों की बिक्री और निर्यात को प्राेत्साहन देने के प्रयासों में जुटे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हापुड़ जिले में निर्मित हथकरघा उत्पादों की तारीफ की है। योगी ने ट्वीट किया …
Read More »कब आएगी मौत मुझे?
मौत ज़िन्दगी का सबसे बड़ा सच है. जिसे ज़िन्दगी मिली है उसे मौत का मज़ा भी चखना है. मरना कोई भी नहीं चाहता. लाख दुश्वारियां हों मगर इंसान जिए जाता है. उम्र में एक पड़ाव ऐसा आता है जिसमें इंसान फिर से बच्चा बन जाता है. उसे हमेशा किसी सहारे …
Read More »तुम नहीं तुम्हारा स्पन्दन अभी जिन्दा है
विनायक सिन्हा संवेदनशील कलमकार हैं. अर्से बाद आज फिर उनकी कलम ने मन मस्तिष्क के तारों को झंकृत कर दिया. कविता ही वह माध्यम है जो गुज़री ज़िन्दगी के तमाम लम्हों को वापस लाकर फिर से दामन में डाल देता है. जुबिली पोस्ट रचनाकार की भावनाओं पर गहरी नज़र रखता …
Read More »