सुरेंद्र दुबे आज से ठीक 10 साल पहले एक फिल्म आई थी, जिसका नाम था ‘अतिथि तुम कब जाओगे’। इस फिल्म के मुख्य कलाकार थे परेश रावल और अजय देवगन। फिल्म की पटकथा का सार था एक बिन बुलाये अतिथि का घर में आकर डेरा डाल देना, जिसके कारण अजय …
Read More »जुबिली डिबेट
कोरोना संकट से साबित किया ग्रामीणों का गांव से गर्भनाल का नाता
रूबी सरकार दारूण कोरोना संक्रमण काल ने हमें प्राचीन ग्रामीण अर्थव्यवस्था और गांव की याद दिला दी। उस समय हर गांव की अपनी अर्थव्यवस्था हुआ करती थी । गांव में बढ़ई, नाई, लोहार, कुम्भार, माली के पास खेत नहीं होते थे, वे किसानों के घर जाकर साल भर सेवा किया …
Read More »किसान के सामने आपूर्ति नहीं मांग का है संकट
धर्मेन्द्र मलिक हाल में ही देश के प्रधानमंत्री मोदी जी ने मन की बात कार्यक्रम में कहा कि ‘‘इस समय हर कोई अपना योगदान देने के लिए आतुर हैं। हमारे किसान भाई-बहनों को ही देखिये एक तरफ इस महामारी के बीच खेतों में दिन-रात मेहनत कर रहे हैं और इस …
Read More »कोरोना वारियर्स के ये 3 गुनहगार
उत्कर्ष सिन्हा लेख पढ़ने से पहले कुछ सूचनाएं पढ़ लीजिए । • कोरोना संक्रमण के मरीजों का इलाज करने वाले 7 डाक्टर अभी तक संक्रमित हो चुके हैं। मुरादाबाद, इंदौर, कलबुरगी जिलों के अस्पतालों में तैनात थे ये डाक्टर। • दिल्ली, मुंबई, लखनऊ, अमरावती जैसे शहरों में करीब 100 नर्से …
Read More »प्लाज्मा थेरपी और कोरोना का इलाज
डॉ. प्रशांत राय कोरोना महामारी से निपटने के लिए विशेषज्ञ एक बार फिर प्लाज्मा थेरपी का सहारा ले रहे हैं। प्लाज्मा थेरपी रेबीज और डिप्थीरिया जैसे इन्फेक्शन के खिलाफ प्रभावी साबित हुआ है। कोरोना की वैश्विक लड़ाई में वैज्ञानिक और डॉक्टरों को उम्मीद है कि इसके इलाज के लिए यह …
Read More »कॉरोना का उत्तर पक्ष : दुनिया का स्त्री बनना
रिपु सूदन सिंह कोविद-19 के वायरस ने दुनिया के पुरुषवादी विस्तार पर एक रोक सा लगा दिया है। दुनिया नारीत्व और स्त्रीत्व की ओर बढ़ रही है। समूची दुनिया घर में आकर सिमट गई है। घर (होम ) एक ऐसी जगह है जहां इंसानी दुनिया अपना आकार लेती है। आज …
Read More »कोरोना फाइटर्स के लिए सिर्फ प्रोत्साहन ही काफी है ?
नवेद शिकोह # सैनिक खतरे मे हों तो जनता को सुरक्षित कैसे मानें ! # पत्रकार, डाक्टर, सफाईकर्मी, डिलेवरी मैन और सुरक्षा कर्मियों की सुरक्षा राम भरोसे एक-एक करके हर वर्ग के कोरोना फाइटर्स खतरे में घिरते नजर आ रहे हैं। लड़ाई लड़ने वाले ही खतरें में पड़ते दिखेंगे …
Read More »शैतान बुलाएगा मगर मस्जिद में जाने का नहीं
शबाहत हुसैन विजेता मस्जिदें मुसलमान को बुलातीं हैं कि आओ, अल्लाह की इबादत करो, आओ कामयाबी की तरफ आओ, आओ अल्लाह से अपने गुनाहों और गल्तियों की माफी मांगो। आओ अपनी और अपने मुल्क की कामयाबी की दुआ करो। यह मस्जिदें इंसान की दुआओं को पूरा करती रही हैं इसी …
Read More »पंचायती राज बदलाव और उम्मीद
कुमार अशोक पांडेय स्वतंत्र भारत में पंचायती राज व्यवस्था महात्मा गांधी की देन है। वे स्वतंत्रता आंदोलन के समय से ही ब्रिटिश सरकार पर पंचायतों का पूरा अधिकार देने का दबाव बना रहे थे। आजादी के बाद 2 अक्टूबर 1952 को जब सामुदायिक विकास कार्यक्रम प्रारंभ किया गया तो सरकार …
Read More »दो भूखे लोगों की कहानी
सुरेंद्र दुबे आइये आज हम आपको एक ऐसी कहानी सुनाते हैं जिसे आप जानते हुए भी नहीं जानते। आप स्वयं इस कहानी के किरदार है पर आपको खबर ही नहीं क्योंकि आप अपने को पहचानते ही नहीं। कहानी युगों युगों से से चली आ रही है। पर किस्सा गोई भी …
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