शबाहत हुसैन विजेता 6 दिसम्बर 1992 भारतीय इतिहास का काला दिन. आज़ाद हिन्दुस्तान की वह तारीख जिस दिन सेक्युलरिज्म का कत्ल कर दिया गया. जिस सेक्युलरिज्म को हिन्दुस्तान के संविधान की आत्मा कहा जाता है. बाबरी मस्जिद ढहाकर उस आत्मा पर सबसे बड़ा हमला किया गया था. सेक्युलरिज्म पर हुए …
Read More »जुबिली डिबेट
सवर्णवाद के छलावे में, सरकार फंसी सांसत में
के पी सिंह जातिवाद प्रेरित गिरोहबंदी देश में संवैधानिक शासन के लिए बड़ी चुनौती बनती जा रही है। एक ओर हाल में उग्र राष्ट्रवाद का उभार चर्चाओं कें केंद्र में था दूसरी ओर देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में जातिवाद उभार हिंदुत्व की छतरी को छेदने लगा है। …
Read More »राजस्थान में कोरोना पर कुर्सी भारी
कृष्णमोहन झा राजस्थान में कुर्सी की लड़ाई रोज नया रूप लेती जा रही है और लगभग एक पखवाडे से जारी इस लड़ाई ने कोरोना की विपदा को बहुत पीछे छोड़ दिया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत रोज अपने पक्ष के विधायकों से मिलकर उनकी गिनती कर लेते हैं कि होटल में …
Read More »बॉलीवुड में नेपोटिज्म के ‘वैक्सीन’ का भी है इंतजार
कुमार भवेश चंद्र कहते हैं सिनेमा समाज का आइना है। उसके आज को बताता है। उसके आने वाले कल के लिए रास्ता दिखाता है। लेकिन समाज को रास्ता दिखाते दिखाते सिनेमा कहीं भटक सा गया है। उद्योग बनकर यह केवल पैसे और शोहरत कमाने का जरिया बनकर रह गया है। …
Read More »बातें करने से नहीं बल्कि अमल में लाने की जरूरत है
प्रीति सिंह पिछले कई सालों से प्लास्टिक के इस्तेमाल को कम करने या पूरी तरह से खत्म करने की बात की जा रही है। दुनिया भर के तमाम देश इसमें शामिल हैं, लेकिन साल दर साल पर्यावरण को लेकर जो रिपोर्ट आ रही है उससे तो यही लग रहा है …
Read More »पुलिस और प्रशासन की संवेदनहीनता के लिए आखिर कौन है दोषी
केपी सिंह लखनऊ में अमेठी की एक महिला ने सरकार और प्रशासन की अनसुनी से क्षुब्ध होकर मुख्यमंत्री कार्यालय के सामने आत्मदाह की कोशिश की जिसमें महिला की बाद में मौत हो गई। उधर गाजियाबाद में एक पत्रकार को बदमाशों ने गोलियों से भून दिया क्योंकि उन्होंने अपनी भांजी के …
Read More »राजस्थान में ऊंट कब तक खड़ा रहेगा
सुरेन्द्र दुबे राजस्थान का सियासी ड्रामा अब राज्यपाल कलराज मिश्रा के रहमोकर्म पर टिक गया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत समझ गए है कि अदालत से उन्हें राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं। हाई कोर्ट ने यथास्थिति का आदेश देकर स्थिति बिगाड़ दी है। कोर्ट के सामने प्रश्न यह था कि …
Read More »कांग्रेस के युवा नेतृत्व में बढ़ने लगी है निराशा
कुमार भवेश चंद्र राजस्थान में अशोक गहलौत और सचिन पायलट के बीच सियासी टकराव के बीच युवा कांग्रेसियों की आवाजें तेज होती जा रही हैं। सचिन के सवाल पर महाराष्ट्र से संजय निरुपम, प्रिया दत्त ने आवाजें उठाई तो उत्तर प्रदेश से जितिन प्रसाद ने भी आवाज दी। कांग्रेस नेतृत्व …
Read More »बोहरा कमेटी का चिराग कितना कारगर
के पी सिंह कानपुर के बिकरू कांड के बाद 1993 में राजनीति, अपराध और पुलिस तिगड्डे की पड़ताल के लिए गठित बोहरा कमेटी की चर्चा नये सिरे से सतह पर आ गई है। ऐसा संदर्भ जब भी आया है बोहरा कमेटी की रिपोर्ट को अलादीन के चिराग की तरह पेश …
Read More »रोकना होगा लापरवाही के इस दौर को
रतन मणि लाल क्या महामारी से बचे रहने की हमारी कोशिश कमजोर पड़ती जा रही है? जहां, अप्रैल और मई में लॉकडाउन के प्रतिबंधों का पालन लोग स्वयं ही करते दिखते थे, वहीं पुलिस और प्रशासन भी लोगों को रोकते और टोकते नजर आते थे। लेकिन जून के अंत तक …
Read More »