चन्द्र प्रकाश राय मैने कुछ साल पहले लिखा था कि आने वाले वक्त में राजनीती की सुईयां एंटी क्लॉक वाइज घूमेंगी । कांग्रेस पार्टी आज़ादी के लिए बनी वो काम किया कुर्बानी भी दिया आज़ादी की लड़ाई से बाद तक और शून्य पर खड़े देश को दुनिया के मुकाबले खड़ा …
Read More »जुबिली डिबेट
गहलोत हैं कांग्रेस के असली चाणक्य
सुरेन्द्र दुबे राजस्थान में अब कांग्रेस के साथ भाजपा को भी अपने विधायकों के बिक जाने का खतरा सताने लगा है। यानी कि अभी तक जो भाजपा सचिन खेमे के विधायकों की संख्या 19 से बढ़ा कर 30 करने के जुगाड़ में लगी हुई थी उसे खुद के घर में …
Read More »कैसे अपनी वास्तविक परिणति पर पहुंचा राम मंदिर आंदोलन
केपी सिंह मंडल के खिलाफ साधे गये कमंडल के ब्रह्मास्त्र की परिणति रोचक और अप्रत्याशित रही। मंडल आयोग की रिपोर्ट लागू करने से सामाजिक भूचाल की जो स्थिति बनी थी माना गया था कि उसे संभालने के लिए लालकृष्ण आडवाणी ने राम मंदिर रथ यात्रा निकाली थी। जिसके तूफान में …
Read More »अगले साल के अंत तक चल सकता है लॉकडाउन का सिलसिला
कोविड-19 का असर दुनिया के हर क्षेत्र पर पड़ा है. इसकी वजह से जलवायु भी प्रभावित हुई है. लॉकडाउन के दौरान ग्रीनहाउस गैसों तथा हवा प्रदूषित करने वाले तत्वों के उत्सर्जन में अचानक गिरावट होने के बावजूद इसका वैश्विक तापमान पर इसका कोई खास असर नहीं पड़ा है। अनुसंधानकर्ताओं ने …
Read More »इक्कीसवीं सदी की चुनौतियों से निपटने में सक्षम है नई शिक्षा नीति
कृष्णमोहन झा केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय का नया नाम अब शिक्षा मंत्रालय होगा। केंद्र सरकार के द्वारा हाल में ही घोषित नई शिक्षा नीति में मानव संसाधन विकास मंत्रालय का नाम भर नही बदला है, इसमें बहुत कुछ बदल गया है। देश में अभी तक जारी राष्ट्रीय शिक्षा नीति …
Read More »5 अगस्त अब राममंदिर संघर्ष यात्रा की अंतिम तारीख
राजेंद्र कुमार आप या कोई इसे अयोध्या का सौभाग्य कहे या दुर्भाग्य, इस तथ्य से इंकार नहीं कर सकता कि आजादी के बाद से अब तक कम से कम पांच ऐसी तारीखें अयोध्या के हिस्से ऐसी आई हैं, जिन्हें लेकर दावा किया गया कि उसका, और साथ ही देश का, …
Read More »राम मंदिर: जिंदगी के झरोखे से
चन्द्र प्रकाश राय 1990 – 25 सितम्बर को गुजरात के सोमनाथ से अडवाणी जी ने रथयात्रा शुरू कर दिया था ।अडवाणी जी देश के लोकतंत्र की एक राष्ट्रीय पार्टी के दो बड़े नेताओ मे से एक और उसके अध्यक्ष थे जिसकी जिम्मेदारी देश के भविष्य के लिए लड़ने और शैडो …
Read More »मैं दैत्यों की सभा में (गुरु) शुक्राचार्य था…
राजशेखर त्रिपाठी अमर सिंह भी मर ही गए ! इसे किसी संवेदनहीन और रूखी टिप्पणी की तरह मत देखिए। धरती पर ‘अमर’ कोई नहीं है, नाम भले ही अमर हो। अब सौ टके का सवाल ये है कि भारतीय राजनीति के इतिहास में उनकी सीट ‘अमर’ रहेगी या नहीं ? …
Read More »दोस्ती के सौदागर अमर सिंह ने फ्रेंडशिप डे में मौत से की दोस्ती
नवेद शिकोह अमर सिंह दोस्ती के लिए मशहूर थे, फ्रेंडशिप डे की पूर्व संध्या पर उन्होंने मौत से दोस्ती कर ली। कहते हैं कि दोस्ती जिन्दगी की तरह बेवफा होती है और कभी भी साथ छोड़ देती है। लेकिन मौत महबूबा होती है, इसकी आग़ोश में आने के बाद बेवफाई …
Read More »दर्द भी होता रहे, होती रहे फरियाद भी… मर्ज भी कायम रहे, जिंदा रहे बीमार भी
रजनीश पांडेय स्वास्थ्य कारण से 5 अगस्त को होने वाले ऐतिहासिक पल का गवाह नही बन पाऊंगा। लेकिन अपनी पत्रकारिता की अल्प आयु में मुझे अयोध्या जाने का बार- बार मौका मिला। एक बात जरूर है, जितने बार गया उतना ही अयोध्या के बारे में ज्ञान का विस्तार हुआ… चाहे …
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