श्रीश पाठक देश के किसान दिल्ली जाना चाहते हैं। सभी को दिल्ली जाना चाहिए। व्यापारी, दुकानदार, अध्यापक, विद्यार्थी, सैनिक, पुलिस, डॉक्टर, इंजीनियर, अरे सभी को दिल्ली जाना चाहिए। दिल्ली में देश का प्रधान सेवक बैठता है। यों तो दिल्ली को सबके पास स्वयम ही पहुँचना चाहिए, लेकिन अगर शक्ति के …
Read More »जुबिली डिबेट
जलवायु परिवर्तन घातक कर सकता है निवार का वार?
डॉ. सीमा जावेद बुधवार रात को तमिलनाडु और पुडुचेरी के तटों से टकराता हुआ चक्रवाती तूफान निवार (Cyclone Nivar) उत्तर-पश्चिम की ओर फ़िलहाल रुख कर चुका है। लेकिन पुडुचेरी और तमिलनाडु में कई हिस्सों में लगातार बारिश का दौर जारी है और इस तूफ़ान ने इस क्षेत्र में काफी नुकसान …
Read More »मुकम्मल आज़ादी का नाम है कान्स्टीट्यूशन
शबाहत हुसैन विजेता 26 नवम्बर 1949. हिन्दुस्तान की हिस्ट्री का वह सुनहरा दिन जब हमारा अपना कांस्टीट्यूशन मुकम्मल हुआ. हालांकि यह 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया. आईन के लिए जितनी ज़रूरी आज़ादी है, उतना ही ज़रूरी कांस्टीट्यूशन भी है. कहने को यह सिर्फ एक किताब है लेकिन हकीकत …
Read More »उत्तर में राम तो दक्षिण में मुरुगन, भगवान भरोसे भाजपा
प्रीति सिंह पिछले कुछ समय से भाजपा की रडार पर तमिलनाडु है। इस राज्य में अपनी राह आसान करने के लिए भाजपा लगातार कोशिश कर रही है पर अब तक उसे सफलता नहीं मिली है। राज्य की दो द्रविड़ पार्टियों से मिल रही चुनौती के बाद से भाजपा को एहसास …
Read More »गौरवशाली अतीत और निराशा के अंधकार में फंसी कांग्रेस
कृष्णमोहन झा हाल ही में बिहार विधानसभा की 243 सीटों के लिए संपन्न चुनावों में कांग्रेस को मात्र 19 सीटों पर जीत का स्वाद चखने मिला है जबकि उसने राज्य की सबसे मजबूत क्षेत्रीय पार्टी राष्ट्रीय जनता दल के नेतृत्व वाले महागठबंधन के एक बड़े घटक के रूप में सदन …
Read More »पश्चिम बंगाल : हिन्दू राष्ट्रवाद बनाम बांग्ला राष्ट्रवाद
जुबिली ओपिनियन बिहार में परचम फहराने के बाद भारतीय जनता पार्टी अब पश्चिम बंगाल में परचम फहराने की तैयारी में जुट गई है। पिछले कुछ दिनों से पश्चिम बंगाल की सियासत का पारा चढ़ा हुआ है। बीजेपी और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के बीच जुबानी जंग अब हिंसक हो गयी है। …
Read More »पूरा भारत तो कभी नहीं लड़ा, मुट्ठी भर ने ही बदला हमेशा इतिहास
डा.सी.पी.राय सैकड़ों साल पहले ही भारत में लिख दिया गया था कि “ कोउ नृप होय हमें का हानि” । इससे भारत की मिट्टी का मूल चरित्र सिद्ध होता है। कुछ लोग कह सकते है कि ये गोस्वामी तुलसीदास ने मुगल राज स्थापित होने के बाद लिखा था ,राम के …
Read More »डंके की चोट पर : मोहब्बत ऐसे क़ानून को मानने से इनकार करती है
शबाहत हुसैन विजेता क्यों मुफ्ती को मोहब्बत का हक़ नहीं है क्या? सुब्रह्मण्य स्वामी की बेटी सुहासिनी किससे शादी करेगी यह कोई और तय करेगा? दिग्विजय सिंह को किस उम्र में शादी करनी चाहिए इसका भी कोई पैमाना होना चाहिए था? शशि थरूर औरतों के बीच इतना ज्यादा लोकप्रिय हैं …
Read More »क्या पश्चिम बंगाल की चुनौतियों में छिपे हैं विपक्षी गोलबंदी के संकेत
कुमार भवेश चंद्र बिहार चुनाव के नतीजे सियासी संदेशों और संकेतों से भरे हुए हैं। इस नतीजे ने न केवल राज्यों के चुनाव में लगातार पिछड़ रही बीजेपी को खुश होने का मौका दे दिया है बल्कि वामपंथी और सेकुलर ताकतों के भीतर एक नया भरोसा पैदा किया है। बिल्कुल …
Read More »कांग्रेस नेतृत्व को भारी पड़ेगी यह लापरवाही
प्रीति सिंह कांग्रेस में एक बार फिर सिर फुटव्वल का दौर शुरु हो गया है। बिहार विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद तमाम नेता एक-दूसरे के खिलाफ खुलकर बयानबाजी कर रहे हैं और सोनिया और राहुल गांधी चुप्पी साधे हुए हैं। बिहार चुनाव परिणाम आने के बाद से कांग्रेस …
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