प्रोफ़ेसर अशोक कुमार राजस्थान विश्वविद्यालय जयपुर के शिक्षा के कई प्रांगण है। राजस्थान विश्वविद्यालय के मुख्य प्रांगण में स्नातकोत्तर एवं शोध कार्य होता है। विश्वविद्यालय के स्नातक की कक्षाएं लड़कियों के लिए महारानी कॉलेज में , विज्ञान के विद्यार्थियों के लिए महाराजा कॉलेज में, वाणिज्य के विद्यार्थियों के लिए कॉमर्स …
Read More »जुबिली डिबेट
एक भारत ये भी…जहां जिंदगी रुक जाती है…
डॉ. शिशिर चंद्र जिंदगी रुक जाती है जहां पानी पर, जहां आज तक भारतीय रेल नहीं पहुंची, जहां न सड़क है न ही अन्य मूलभूत सुविधाएँ और जहां किसानों के आत्महत्त्या की ख़बर आये दिन हम सुनते रहे हैं। जी, ये है महाराष्ट्र का मराठवाड़ा का वो पहाड़ी क्षेत्र जहां …
Read More »धार्मिक मुद्दो,भटकाव और तीसरे के लिए अब स्थान नहीं
डॉ.सीपी राय कर्नाटक के चुनाव परिणाम की तस्वीर साफ हो चुकी है । यद्धपि मैने तो 2 मई को ही लिख दिया था की कांग्रेस कम से कम 122 से 132 तक सीट जीतेगी और JDS 25 के आसपास होगी बाकी बांट लीजिए। ये चुनाव लोकसभा चुनाव से पहले दक्षिण …
Read More »कागज की ये महक, ये नशा रूठने को है यह आखिरी सदी है, किताबों से इश्क की..
ओम प्रकाश सिंह अयोध्या। एक समय था कि बच्चों को सुलाने के लिए मांएं लोरियां सुनाती थीं। किताबें वयस्कों के सिरहाने होती थीं। चंपक, चाचा चौधरी, नंदन जैसी पुस्तकों को पढ़ने का मोह बुजुर्ग भी नहीं छोड़ पाते थे। बदलते दौर में पुस्तकें भले ही डिजिटल, आडियो हो गईं हों …
Read More »नवाब मीर जाफर की मौत ने तोड़ा लखनऊ का आईना
नवेद शिकोह @naved.shikoh किसी शेर का एक मिसरा है- हमने जन्नत तो नहीं देखी है, मां देखी है। ऐसे ही जब हम लखनऊ के नवाबों और नवाबीन के दौर के तसव्वुर को हक़ीक़त में देखना चाहते थे तो हम जनाब नवाब मीर जाफर अब्दुल्ला को देख लेते थे। उनसे बात …
Read More »माता प्रसाद ने क्यों कहा-क्षेत्रीय राजनीतिक दलों का कोई कैडर नहीं होता है ?
भाजपा ना तो पसमांदा मुसलमानों के प्रति सहानुभूति रखती है और ना ही पिछड़ो के प्रति – माता प्रसाद त्रिपाठी, पूर्व विधानसभाध्यक्ष उत्तर प्रदेश ओम प्रकाश सिंह बयासी साल की उम्र में भी समाजसेवा का जज्बा किसी नौजवान को शर्मिंदा कर सकता है। दो बार उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष रहे …
Read More »चौकडी की जुगलबंदी से फिर निर्मित होने लगा भय का वातावरण
डा. रवीन्द्र अरजरिया देश में एक बार फिर कोरोना के नये वैरिएंट की खबरों की बाढ सी आ गई है। ड्रग माफियों ने कोरोना के नाम पर विगत वर्षों में जमकर निरीह नागरिकों को खून चूसा था। सरकारी चिकित्सालयों में इस महामारी के उपचार हेतु भारी भरकम बिलों के माध्यम …
Read More »सफल एनेर्जी ट्रांज़िशन के लिए जरुरी है 2030 तक 35 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश
डा. सीमा जावेद वैश्विक संकटों के प्रभाव से वैश्विक एनेर्जी ट्रांज़िशन अपनी ट्रैक से हट चुका है। बर्लिन एनर्जी ट्रांजिशन डायलॉग (बीईटीडी) में आईआरईएनए के महानिदेशक फ्रांसेस्को ला कैमरा द्वारा पेश किया गया, वर्ल्ड एनर्जी ट्रांजिशन आउटलुक 2023 प्रीव्यू साफ तौर पर एनर्जी ट्रांजिशन के लिए हो रही कार्यवाही में …
Read More »नीतीश जानते हैं मंडल ही कमंडल को हरा सकता है, क्या कांग्रेस समझ रही है?
धनंजय कुमार शोषक और माफिया-गुंडे अब सिर्फ़ सवर्ण जाति के लोग नहीं रहे, पिछड़ी और दलित जातियों और आदिवासियों की कुछ जातियों के लोग भी शोषण, माफियागिरी और गुंडागर्दी में पीछे नहीं हैं ! मंडल ने पिछली और दलित जातियों को भी शक्तिशाली और महत्वपूर्ण बनाया है ! लिहाजा कमंडल …
Read More »मायावती मुश्किल में, इधर जाएं या उधर !
जुबिली न्यूज डेस्क नवेद शिकोह संकेत हक़ीक़त बने और देश के विपक्षी दल भाजपा के खिलाफ लामबंद हुए तो बसपा कहां जाएगी ? पार्टी सुप्रीमो मायावती को नई सियासी गणित असमंजस में डाल सकती है। भाजपा के खिलाफ विपक्षी ख़ेमें में नहीं गईं तो उनका जनाधार और भी कमजोर हो …
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