प्रो. अशोक कुमार वर्तमान युग मे एक तकनीक तेजी से बढ़ रही है, जिसे हम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के रूप में पहचानते हैं। जॉन मैकार्थी अमरीका मे रहने वाले कंप्युटर और संज्ञानात्मक विज्ञान के एक प्रसिद्ध वैज्ञानिक को कृत्रिम बुद्धि के अनुशासन के प्रमुख संस्थापकों में से एक माना जाता …
Read More »जुबिली डिबेट
महात्मा गाँधी की स्मृति में….
डॉ. मनीष पाण्डेय जिस समय सामाजिक-आर्थिक व्यवस्था में आमूल-चूल बदलाव के लिए कार्ल मार्क्स की वैचारिकी से प्रभावित होकर हिंसा और सशस्त्र विद्रोह के साये और सहारे में दुनिया के कई हिस्सों में सत्ता का नया स्वरूप उभर रहा था और साम्राज्यवाद के साथ पूंजीवाद के खेल में विश्व युद्ध …
Read More »ऊर्जा सुरक्षा की ओर बढ़ता भारत का हरित ऊर्जा संकल्प
अंशु यादव बीते दिनों क्वाड नेतृत्वकर्ताओं के शिखर सम्मलेन में भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने भारत के 2030 तक 500 गीगावॉट के गैर-जीवाश्म ऊर्जा क्षमता स्थापित के लक्ष्य के संकल्प को दोहराते हुए हरित ऊर्जा के संकल्प को स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि भारत ने हरित परिवर्तन का …
Read More »दीनदयाल जी की बताई राह पर चल कर साकार होगी सुराज की परिकल्पना
कृष्णमोहन झा भारतीय राजनीति के क्षितिज पर सन् 1951में भारतीय जनसंघ के रूप में एक नये राजनीतिक दल का उदय हुआ जिसके संस्थापक महान देशभक्त डा श्यामा प्रसाद मुखर्जी थे। प्रतिकूल राजनीतिक परिस्थितियों में जन्मी उस नवोदित पार्टी की शैशवावस्था से ही उसके लिए अपना खून पसीना एक कर उसे …
Read More »शिक्षा का व्यावसायीकरण: NEP 2020 का परिणाम?
अशोक कुमार NEP 2020 एक व्यापक शिक्षा सुधार योजना है, जिसका उद्देश्य भारत की शिक्षा प्रणाली को विश्व स्तरीय बनाना है। हालांकि, इस नीति के कुछ पहलुओं को लेकर चिंताएं भी व्यक्त की जा रही हैं, जिनमें से एक है शिक्षा का व्यावसायीकरण। शिक्षा का व्यावसायीकरण क्या है? शिक्षा …
Read More »लखनऊ की वो शाम और सीताराम येचुरी का भूपेन हजारिका हो जाना
उत्कर्ष सिन्हा और दिनों की तरह वो एक दिन भी सामान्य सा हो जाता अगर उस शाम प्रो रमेश दीक्षित के घर की छत पर वो अद्भुत वक्त न गुजरता। रमेश दादा और वंदना जी ने दोपहर में कैफी आजमी सभागार में एक कार्यक्रम रखा था जिसमें प्रकाश करात और …
Read More »इस तरह हीरो बनकर उभरी एक विधायक की छवि
यशोदा श्रीवास्तव कभी कभी कुछ ऐसे वाकयात सामने से गुजरते हैं जो यह बताते हैं कि उम्मीद अभी बाकी है। आज के जो हालात है,उसमें न्याय की उम्मीद कम है लेकिन जब कोई अकेला आपको न्याय दिलाने पर अड़ जाय तो यकीनन न्याय मिले न मिले आपकी उम्मीद की आश …
Read More »वर्तमान शिक्षा का ज्ञान–आपके संज्ञान
प्रो. अशोक कुमार प्राचीन काल में भारत विश्व गुरु माना जाता था। धीरे-धीरे यह शब्द लुप्त होता चला गया लेकिन कुछ वर्ष पूर्व एक बार पुन: भारत विश्व गुरु की ओर अग्रसर है, यह समाचार आने लगा, इतना सुनने के बाद मेरा मन आत्म विभोर हो गया। मैंने भी शिक्षा …
Read More »गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा में शिक्षक की भूमिका
प्रो. अशोक कुमार गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा किसी भी समाज के विकास का आधार होती है और इस प्रक्रिया में शिक्षक की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। वे न केवल ज्ञान देते हैं बल्कि बच्चों के व्यक्तित्व का विकास भी करते हैं। शिक्षक गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा में कैसे योगदान देते हैं: 1. …
Read More »क्या पुरुष प्रजाति खत्म हो जाएगी?
प्रो. अशोक कुमार यह एक बहुत ही रोचक और विवादास्पद प्रश्न है जिसने हाल के वर्षों में वैज्ञानिकों और आम लोगों दोनों का ध्यान खींचा है।इस सवाल का जवाब देने के लिए हमें Y क्रोमोसोम को समझना होगा। महिलाओं के शरीर में दो X (एक्स) क्रोमोसोम और पुरुष शरीर में …
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