Monday - 28 October 2024 - 11:55 AM

जुबिली डिबेट

अपने पुराने समीकरण पर लौट रहा है ‘गरीबों का मसीहा’

रेशमा खान एकतरफ जहां कांग्रेस मिथिलांचल की दो सीटों सहित कुछ महत्वपूर्ण सीटों के फिसल जाने से नाराज है, वहीं राजद बिहार में एकबार फिर अपने पुराने मुस्लिम-यादव (M-Y) फार्मूले पर वापस लौट गई है। सूत्रों की माने तो आरजेडी अध्‍यक्ष लालू प्रसाद यादव भले सक्रिय राजनीति से दूर हो, …

Read More »

आडवाणी के ब्लाग ने लगाई सियासी आग

सुधांशु त्रिपाठी सत्ताधारी राजनीतिक दल भारतीय जनता पार्टी के पितामह और संस्थापक सदस्य लालकृष्ण आडवाणी जी ने आज अपनी सियासी चुप्पी तोड़ ही दी। वर्ष 2015 के बाद पहली बार उन्होंने अपने ब्लाग को अपडेट किया। वह भी पार्टी के स्थापना दिवस 6 अप्रैल से महज दो रोज पहले। आडवाणी …

Read More »

कौन देता है जनभावनाओं के विरुद्ध उम्मीदवार थोपने का दुस्साहस

के पी सिंह  सत्रहवीं लोकसभा के चुनाव की कवायद जारी है। चौथे चरण के लिए नामांकन चल रहे हैं और पीछे के तीन चरणों को कवर करने वाले क्षेत्रों में इस महासमर का माहौल पूरी तरह गर्मा चुका है। इसके बीच जो विपर्यास सबसे ज्यादा उभर रहा है वह है …

Read More »

सियासी घरानों में भी कमाऊ पूत, सबसे मजबूत!

  संदीप पांडेय क्या वाकई मां-बाप अपने बच्चों को दो आंखों से देखते हैं ? सामाजिक पृष्ठभूमि का ये सवाल अब सियासी गलियारे का भी सच बनता जा रहा है। बिहार में राजनीतिक दलों के बीच जारी उठापटक से ज्यादा चर्चा RJD में मचे घमासान पर हो रही है। परिवार …

Read More »

जाट वोट बैंक : अवसरवादी नेतृत्व के चंगुल में कैद!     

राजेंद्र कुमार जाट पश्चिमी उत्तर प्रदेश का प्रभुत्व वर्ग है। सामाजिक आर्थिक और राजनीतिक कारणों से पश्चिमी के आठ जिलों में उनकी समानान्तर सत्ता होती है।  ऊपर से इस बिरादरी के रंग भले ही अलग-अलग दिखें पर अपनी खापों (पंचायतों ) के ये एक दूसरे से बंधे रहतें हैं। जाट …

Read More »

चुनाव है या डिनर का करारा स्टार्टर

डॉ॰ श्रीश पाठक पड़ोसी कहाँ अच्छे मिलते हैं लेकिन हमारे पड़ोसी गोस्वामी काफी मददगार पड़ोसी हैं। वे क्रिकेट के बेहद शौकीन हैं और मैच देखने के लिए छुट्टियाँ ले लेते हैं। उन्हें वैसे वर्ल्ड कप का बेसब्री से इंतजार होता है। कहते हैं कि यह शुद्ध मनोरंजन भी होता है। …

Read More »

कांग्रेस में भीतरघात तो भाजपा में आत्मघात बदलेगा उत्तराखंड का रिकार्ड

रश्मि शर्मा टिहरी गढ़वाल। उत्तराखंड में चुनाव पहले चरण में है पर ज्यादातर शहरों में और खासकर राजधानी या आसपास तो इसका पता भी नही चल रहा है। दूर-दराज के पहाड़ी इलाकों में जरुर प्रचार दिखता है पर इक्कादुक्का गाड़ियां या पोस्टर ही नजर आते हैं। उत्तराखंड की सभी सीटों …

Read More »

मोदी सरकार को कैसे देखा जाना चाहिए ?

सोनल कुमार अप्रैल और मई 2019 में भारत के लोकसभा चुनावों में 900 मिलियन लोगों के वोट देने की उम्मीद है। यह पूरे यूएसए की जनसंख्या से 3 गुना है। इसलिए स्वाभाविक रूप से, भारतीय चुनाव दिलचस्पी का विषय है और पूरी दुनिया देख रही है कि सबसे बड़ा लोकतंत्र …

Read More »

कन्हैया कुमार : कामरेड या भूमिहार?

संदीप पांडेय ज्यादा दिन नहीं बीता हैं जब बिहार समेत देशभर के विपक्षी दलों के लाडले बन गए थे, जेएनयू वाले कन्हैया कुमार। चूंकि कन्हैया मूलत बिहार के बेगूसराय जिले के रहने वाले हैं, लिहाजा बिहार के नेताओं ने कुछ ज्यादा ही गर्मजोशी से उनके साथ रिश्ता बनाया। लालू प्रसाद, …

Read More »

तू डाल-डाल, मैं पात-पात

नजरिया अली रजा समय के साथ देश में चुनावी परिदृश्य भी बदल रहा है। पहले राजनीतिक दल अपनी नीति और सिद्धांत के आधार पर चुनाव लड़ते थे लेकिन अब ऐसा नहीं है। अब राजनीतिक दल वोटरों के हिसाब से अपना एंजेडा बनाते हैं। प्रत्येक वर्ग को बांटकर उनकी कमजोरियों को …

Read More »
English

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com