राजीव ओझा वैसे तो सब को मालूम है फिर भी याद दिलाना जरूरी है कि धनतेरस क्यों मनाया जाता है। मान्यता है कि समुद्र मन्थन के दौरान भगवान धन्वन्तरि और मां लक्ष्मी का जन्म हुआ था, यही वजह है कि धनतेरस को भगवान धनवंतरी और मां लक्ष्मी की पूजा की …
Read More »जुबिली डिबेट
बड़ी पार्टियों के लिये करारा सबक हैं चुनाव के नतीजे
कृष्णमोहन झा महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभाओ के नतीजे घोषित हो चुके है। नतीजों के बाद महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद की बागडोर भाजपा के हाथों में रहना लगभग तय हो गया है। उसमें भी संशय कि कोई गुंजाइश नहीं है कि महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद पर दोबारा वर्तमान मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस …
Read More »जनता ने खुद तैयार किया विपक्ष
सुरेंद्र दुबे लोकतंत्र में नेता सिर्फ एक मोहरा होता है। जनता जब जिस मोहरे को चाहती है चल देती है और जब चाहती है तो मोहरे को उठाकर फेक देती है। राजा बिला वजह मुगालते में रहता है कि मोहरे उसके इशारे पर शतरंज के बिसात पर चल रहे हैं। …
Read More »प्रदेश में उपचुनाव: यूँ ही नहीं होते राजनीति में पेंच
रतन मणि लाल कहा जाता है कि वह राजनीति भी क्या जिसकी पहले से भविष्यवाणी की जा सके। राजनीति तो वही है जिसके बारे में अपने और विरोधियों को भी आखिरी मौके तक पता न चल पाए। उत्तर प्रदेश में 21 अक्टूबर को 11 विधान सभा क्षेत्रों में चुनाव के …
Read More »विधानसभा चुनाव में क्यों नहीं चला मोदी का जादू
न्यूज डेस्क मई माह में लोकसभा चुनाव का परिणाम ने सबको चौका दिया था। बीजेपी को ऐतिहासिक जनादेश मिला था। इसका श्रेय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को दिया गया। आज एक बार फिर प्रधानमंत्री मोदी की चर्चा हो रही है। हरियाणा और महाराष्ट्र में मतगणना हो रही है और हरियाणा में …
Read More »क्या अब चुनाव से खत्म हो गया है “राजनीति” का रिश्ता ?
उत्कर्ष सिन्हा पहली बार में ये शीर्षक जरूर अटपटा लगेगा , मगर थोड़ी देर सोचने में क्या हर्ज है । आप कह सकते हैं कि भारतीय संविधान ने यह व्यवस्था दी है कि भारत में मतदान की प्रक्रिया के बाद चुने हुए लोग अगले 5 साल के लिए सरकार बनाएंगे …
Read More »हिंदू नेता के हत्यारे अपनी पहचान उजागर करने को क्यों थे बेताब
केपी सिंह हिंदू समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश तिवारी के हत्यारे शेख अशफाक हुसैन और मुइनुददीन खुर्शीद पठान को आखिर गुजरात-राजस्थान की सीमा पर पकड़ ही लिया गया। वारदात को अंजाम देते हुए उन्होंने फिदाइन जैसे जज्बे से काम किया। जिसके चलते वे सभी जगह अपनी पहचान के निशान …
Read More »महात्मा गांधी की गद्दी खतरे में
सुरेंद्र दुबे मध्य प्रदेश के भोपाल से भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा एक बार फिर सुर्खियों में आ गईं हैं। अबकी बार साध्वी प्रज्ञा ने देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को सीधे-सीधे निशाने पर ले लिया है। कल उन्होंने पत्रकारों से कहा महात्मा गांधी राष्ट्रपुत्र हैं और हमारे लिए आदरणीय हैं। …
Read More »यूपी में कम्युनिटी पुलिसिंग का वह दिन!
राजेंद्र कुमार 30 सितंबर 2010। उत्तर प्रदेश के इतिहास में यह दिन बहुत महत्वपूर्ण है। इस दिन यूपी में कम्युनिटी पुलिसिंग की पावर को लोगों ने देखा और महसूस किया था। सूबे के हर गांव, कस्बे और शहर में पुलिस की चौकसी इस दिन लोगों ने देखी थी। पुलिस की …
Read More »कांग्रेस: नकारा नेतृत्व की नाकामी से डूब रही नैय्या
कृष्णमोहन झा लगातार दो लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के हाथों करारी हार झेलने वाली कांग्रेस पार्टी से अपेक्षा तो यह की जा रही थी कि वह हार के सदमे से उभर कर अपने आप को महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभाओ के चुनाव में भाजपा को कड़ी टक्कर देने …
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