कृष्णमोहन झा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने हाल में संपन्न लोकसभा चुनाव सहित महत्वपूर्ण समसामयिक विषयों पर अपने जो विचार व्यक्त किए हैं उसके अलग अलग निहितार्थ खोजे जा रहे हैं और अपनी अपनी सुविधानुसार उनकी विवेचना की जा रही है । गौरतलब है कि मोहन भागवत …
Read More »जुबिली डिबेट
सार्वजनिक सरकारी और निजी मेडिकल कॉलेज मे भेदभाव
प्रो. अशोक कुमार चिकित्सा शिक्षा न केवल व्यक्तियों के जीवन, बल्कि पूरे समाज के लिए महत्वपूर्ण है। यह रोगों को रोकने और उनका इलाज करने, स्वास्थ्य सेवा प्रणालियों को मजबूत बनाने, सामाजिक और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने, अनुसंधान और नवप्रवर्तन को प्रोत्साहित करने और वैश्विक स्वास्थ्य में सुधार करने …
Read More »विश्वविद्यालयों , उच्च शिक्षण संस्थानों मे वर्ष में दो बार मिलेगा प्रवेश
अशोक कुमार भारतीय विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षण संस्थानों को अब विदेशी विश्वविद्यालयों की तर्ज पर वर्ष में दो बार प्रवेश देने की योजना को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने मंजूरी दे दी है। यूजीसी के अनुसार शिक्षण सत्र 2024-25 से जुलाई-अगस्त और जनवरी-फरवरी में दो बार प्रवेश प्रक्रिया शुरू की …
Read More »भारत में शिक्षकों की रिक्तियों की संख्या –विश्व गुरु की ओर बढ़ते कदम
अशोक कुमार भारत में शिक्षकों की रिक्तियों की संख्या का कोई एक निश्चित आंकड़ा नहीं है, क्योंकि यह लगातार बदलता रहता है। लेकिन, कुछ रिपोर्टों और अध्ययनों से हमें अनुमान लगाने में मदद मिल सकती है: स्कूलों में • 2020: पीआरएस लेगिटिमेटेड लीड्स द्वारा किए गए एक अध्ययन के अनुसार, …
Read More »संभावनाओं की आड़ में नकारात्मकता के दांव
डा. रवीन्द्र अरजरिया लोकसभा चुनावों में एनडीए को स्पष्ट बहुमत प्राप्त हुआ है। इस गठबंधन के सभी सहयोगी दलों ने मिलकर नरेन्द्र मोदी को संसदीय दल का नेता चुनकर प्रधानमंत्री पद का एक बार फिर दायित्व सौंपा है। देश में दूसरी बार कोई एक ही व्यक्ति तीसरे कार्यकाल में देश …
Read More »मप्र में लोकसभा के चुनाव परिणामों ने इतिहास रचा
कृष्णमोहन झा/ लोकसभा की 543 सीटों के लिए संपन्न चुनावों में मध्यप्रदेश की 29 सीटों के चुनाव परिणामों की गूंज पूरे भारत में सुनाई दे रही है। प्रदेश की सभी 29 सीटों पर भाजपा ने शानदार विजय हासिल की है जिसका श्रेय स्वाभाविक रूप से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री …
Read More »विश्व पर्यावरण दिवस: जानें 2024 पर्यावरण का विषय, क्यों है इतना महत्वपूर्ण…
अशोक कुमार पर्यावरण शब्द का निर्माण दो शब्दों से मिल कर हुआ है। “परि” जो हमारे चारों ओर है “आवरण” जो हमें चारों ओर से घेरे हुए है, अर्थात पर्यावरण का शाब्दिक अर्थ होता है चारों ओर से घेरे हुए। पर्यावरण उन सभी भौतिक, रासायनिक एवं जैविक कारकों की समष्टिगत …
Read More »विपक्ष की ताकत में इजाफा भाजपा के लिए बड़ी चुनौती
कृष्णमोहन झा 18 वीं लोकसभा के चुनावों में भाजपा नीत एनडीए को लगातार तीसरी बार केंद्र में सरकार गठित करने का जो जनादेश मिला है वह एन डी ए की मुखिया भाजपा की उम्मीदों के अनुरूप नहीं है। चुनावों की घोषणा के बाद से ही भाजपा यह दावा कर रही …
Read More »परिणामविहीन है कथित भविष्यवक्ताओं का शब्द दंगल
लोकसभा चुनावों में मतदान थमते ही भविष्य वक्ताओं की बाढ सी आ गई है। सात चरणों में हुई रायसुमारी के परिणाम मशीनों में बंद हो गये हैं। कुछ ही घंटों बाद वास्तविकता सामने आ जायेगी। राजनैतिक गठबंधन स्वत: सुखाय को लेकर जीत के नाहक दावे कर रहे हैं जबकि व्यवसायिक …
Read More »क्या कक्षाओं में छात्र/छात्राओं की उपस्थिति 75 % होनी चाहिए ?
अशोक कुमार किसी देश के विकास के लिए शिक्षा महत्वपूर्ण कारकों में से एक है। इसे समय की जरूरतों और दुनिया के बदलते परिदृश्य के साथ बदलना चाहिए। यह मानवता के सामने आने वाले सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक, नैतिक और आध्यात्मिक मुद्दों पर गंभीर रूप से प्रतिबिंबित करने का अवसर प्रदान …
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