– एक तरफ फांसी टलवाने के हथकंडे, दूसरी तरफ इच्छामृत्यु की मांग -‘जस्टिस डिलेड जस्टिस डिनाइड’ का सबसे ज्वलंत उदाहरण है निर्भया केस राजीव ओझा लगता है वक्त आ गया, निर्भया के हत्यारे चारों बलात्कारियों को अंततः 20 मार्च को सुबह फांसी के फंदे पर लटका दिया जायेगा। निर्भया को …
Read More »जुबिली डिबेट
…तो नरेंद्र सिंह तोमर होंगे मध्य प्रदेश के मुखिया
कृष्णमोहन झा मध्यप्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के बाद उनके समर्थक 22 विधायकों ने भी विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। इससे 14 माह पुरानी कमलनाथ सरकार का पतन अवश्यभावी प्रतीत होने लगा है, या …
Read More »अखिलेश ने 2022 जीतने के लिए चल दिया है बड़ा दांव
कुमार भवेश चंद्र बसपा को कमजोर होते देख कांशीराम की विरासत पर कब्जा करने की होड़ राजनीतिक दलों में साफ तौर पर देखी जा सकती है। समाजवादी पार्टी के मुख्यालय में कांशीराम की जयंती पर उनके साथ सियासी कदमताल करने वाले बलिहारी बाबू ने जय भीम.. जय भारत..जय समाजवाद के …
Read More »मानव और दानव के बीच संग्राम है कोरोना
वायरस पर हमेशा मानव जाति की जीत होती आई है इस बार भी वायरस COVID-19 पराजित होगा प्लेग, चेचक मलेरिया और डेंगू, कोरोना से कहीं ज्यादा जान ले चुके हैं राजीव ओझा “सर्वाइवल ऑफ़ द फिटेस्ट” एक ऐसा वाक्यांश है जो डार्विनियन विकासवादी सिद्धांत से उत्पन्न हुआ है। जब से …
Read More »तुम्हारा पोस्टर हमारा पोस्टर
शबाहत हुसैन विजेता नयी उम्र के लोगों ने मुनादी नहीं सुनी होगी। पुराने दौर में मुनादी बड़ा कारगर तरीका हुआ करती थी। ढोल नगाड़ों से भीड़ जमा कर लोगों तक अपनी बात पहुंचाने का जरिया हुआ करती थी मुनादी। सरकार को किसी फरार मुजरिम को पकड़ना होता था या फिर …
Read More »श्रीमंत शाही का मोह भाजपा में भी ज्योतिरादित्य को भारी पड़ेगा
केपी सिंह आजादी के समय अंग्रेजों द्वारा आजाद घोषित कर दी गईं जिन लगभग साढ़े छह सौ रियासतों ने सरदार पटेल के प्रयासों से भारत संघ में विलय की घोषणा कर दी थी उनकी हैसियत का निर्धारण किया गया जिसमें ग्वालियर साम्राज्य को समूचे देश में तीसरे नंबर पर आंका …
Read More »क्या अमित शाह की सफाई से शाहीन बाग खुलेगा!
सुरेंद्र दुबे नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में लगभग तीन महीने से पूरे देश में शाहीन बाग जैसे प्रदर्शन चल रहे हैं। इन प्रदर्शनों की बागडोर महिलाओं के हाथ में है, इसलिए सरकार शक्ति प्रदर्शन से बच रही है। पर सत्ता प्रदर्शन तो चल ही रहा है। सत्ता पक्ष …
Read More »राज्यसभा चुनाव ने इसलिए बढ़ा दिया बिहार का सियासी पारा
कुमार भवेश चंद्र विधानसभा चुनाव की ओर बढ़ रहे बिहार का सियासी पारा राज्य सभा चुनावों ने बढ़ा दी है। राज्य सभा की चार सीटों के लिए होने वाले चुनावों में गठबंधन की गांठों को हिला दिया है। पहले सत्ताधारी पक्ष की बात कर लेते हैं। बिहार में राज्यसभा की …
Read More »कांग्रेस में ज्योतिरादित्य के रहते यह थी असली समस्या
केपी सिंह 1980 में भिण्ड में मैंने आलोक निशा के नाम से साप्ताहिक पत्र का संपादन किया था जो खूब लोकप्रिय हुआ था। इसके स्वाधीनता दिवस विशेषांक में सनसनीखेज कवर स्टोरी प्रकाशित की गई थी जिसका शीर्षक था उत्तरी मध्य प्रदेश के कांग्रेसजनों ने हाईकमान को सौंपा ज्ञापन-घरभेदी माधव राव …
Read More »कोई प्रलय नहीं होगी, पृथ्वी को इंसान ही खत्म करेंगे
– प्रभावशाली मार्केटिंग फंडा है डर या खौफ राजीव ओझा डर का मनोविज्ञान एक बहुत ही प्रभावशाली मार्केटिंग रणनीति है। डरावनी कहानियाँ, किस्सागोई या हॉरर फिल्म कितनी भी घटिया क्यों न हो, लोगों को एक बार देखने-सुनने को मजबूर जरूर करती हैं। रहस्य हमेशा रोमांच पैदा करता है। जैसे हर …
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