जुबिली न्यूज डेस्क
दुनिया के कई देशों में बिल्ली पालने की परंपरा सदियों से चली आ रही है. कई लोग बिल्लियों से काफी प्यार करते हैं और उन्हें बच्चों की तरह रखते हैं. ऐसे लोगों को अक्सर कैट लवर्स कहा जाता है. क्या आप जानते हैं कि बिल्ली पालने से इंसानों की हेल्थ पर गहरा असर पड़ता है. अब तक कई स्टडी में यह बात सामने आ चुकी है कि बिल्ली पालने वाले लोगों को हार्ट अटैक का खतरा अन्य लोगों की अपेक्षा कम होता है. आज आपको इससे जुड़ी कुछ चौंकाने वाली बातें बताएंगे.
इंसान और बिल्ली का कनेक्शन पुराना
एक रिपोर्ट के मुताबिक इंसानों और बिल्ली का कनेक्शन करीब 9500 साल से ज्यादा पुराना है. इंसानों और बिल्लियों के बीच आपसी कनेक्शन के शुरुआती सबूत 5300 साल पहले चीन के क्वानहुकुन प्रांत के एग्रीकल्चर विलेज में मिले थे. इजिप्ट के लोग बिल्ली को डिवाइन एनर्जी का प्रतीक मानते थे. पेरिस स्थित फ्रेंच नेशनल सेंटर फॉर साइंटिफिक रिसर्च की डायरेक्टर डॉ. ईवा मारिया गीगल के मुताबिक बिल्लियों को सबसे पहले लोगों ने इसलिए पालतू बनाया था ताकि वे उनके अनाज के आसपास घूम रहे चूहों को खा सकें. धीरे-धीरे बिल्लियां इंसानों के आसपास के वातावरण में ढल गईं और दोनों के बीच कनेक्शन गहरा हो गया.
कैट ऑनर्स को कम होता है हार्ट अटैक का खतरा
बिल्ली पालने वाले लोगों को हार्ट अटैक का खतरा अन्य लोगों की अपेक्षा करीब 33% तक कम हो जाता है. बिल्ली पालने वाले लोगों का स्ट्रेस और एंजाइटी का स्तर भी कम हो गया, जिससे उनकी मेंटल हेल्थ पर सकारात्मक असर देखने को मिला.
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एक रिसर्च में यह भी खुलासा हुआ था कि डॉग की अपेक्षा बिल्ली पालने वाले लोगों का स्ट्रेस लेवल और ब्लड प्रेशर कम रहता है. ऐसे लोगों का हार्ट रेट भी काफी बेहतर देखा गया. इसकी वजह यह बताई गई कि कुत्तों को ओनर्स के अटेंशन की जरूरत होती है, जबकि बिल्ली अपना ख्याल खुद रख सकती हैं. इससे लोगों को काफी राहत मिलती है और वे बेहतर महसूस करते हैं. यही कारण है कि बड़ी संख्या में अमेरिका और यूरोप के लोग डॉग के बजाय बिल्ली पालना पसंद करते हैं.
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