जुबिली न्यूज़ डेस्क
माफिया मुख्तार अंसारी को मोहाली कोर्ट में पेश करने के लिए इस्तेमाल की गई एंबुलेंस के मामले में बाराबंकी के एआरटीओ ने शहर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है। एआरटीओ पंकज सिंह ने अपनी तहरीर में कहा कि फर्जी वोटर आईडी के सहारे डॉ. अल्का राय ने वाहन का पंजीकरण कराया था।
पंजाब के रोपड़ जेल में बंद बसपा विधायक और माफिया और मुख्तार अंसारी को मोहाली कोर्ट में पेश किए जाने के लिए बाराबंकी नंबर की एंबुलेंस का प्रयोग किया गया था। यूपी की एंबुलेंस के प्रयोग किए जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है।
इस मामले में गुरुवार को एआरटीओ द्वारा बताया गया था कि एंबुलेंस संख्या यूपी 41 एटी 7171 श्याम संस हॉस्पिटल के डॉ. अल्का राय निवासी रफ़ी नगर बाराबंकी के पते पर पंजीकृत है। जिसकी फिटनेस 2017 में समाप्त हो चुकी है। इसे लेकर जनवरी 2020 में भेजी गई नोटिस का जवाब भी नहीं दिया गया और न ही फिटनेस का रिनीवल कराया गया।
एंबुलेंस के मामले में एआरटीओ पंकज सिंह द्वारा गुरुवार को देर रात कोतवाली में तहरीर दी गई। जिसमें कहा गया कि डॉ अल्का राय के पंजीकृत एंबुलेंस की पत्रावली देखी गई थी तो उसमें वोटर आईडी के आधार पर पंजीकरण कराया गया था। उक्त वोटर आईडी का सत्यापन एसडीम नवाबगंज द्वारा कराया गया जिसमें वोटर आईडी फर्जी पाई गई। यही नहीं दर्शाए गए पते का जब स्थलीय सत्यापन किया गया तो वहां पर संबंधित नंबर का कोई मकान ही नहीं मिला।
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वोटर कार्ड में जो मकान नंबर 56 दर्शाया गया था वह रफी नगर में ना होकर अभय नगर में पाया गया। मगर उस मकान में प्रदीप मिश्रा नामक व्यक्ति काफी वर्षों से रह रहे हैं। डॉ. अल्का राय वहां कभी नहीं रहती पाई गई। एआरटीओ की तहरीर पर पुलिस ने डॉ. अल्का राय को नामजद करते हुए धोखाधड़ी समेत विभिन्न धाराओं का मुकदमा दर्ज कर लिया है।
बताते चले कि मऊ से बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी को पंजाब पुलिस ने बुधवार को मोहाली की कोर्ट में पेश किया। वह पंजाब की रोपड़ जेल में बंद है। सुप्रीम कोर्ट ने उसे उत्तर प्रदेश पुलिस को सौंपने का आदेश दिया था। लेकिन जिस निजी एंबुलेंस से मुख्तार कोर्ट तक पहुंचा, उस पर सवाल उठने लगे हैं। एंबुलेंस का रजिस्ट्रेशन बाराबंकी में श्याम सन अस्पताल के नाम से है। लेकिन इसका रजिस्ट्रेशन 5 साल पहले खत्म हो चुका है। न ही इस नाम से कोई अस्पताल है। परिवहन विभाग में एंबुलेंस मालिक का दिया गया नंबर भी गलत है।
दरअसल, 8 जनवरी 2019 को मोहाली के एक बड़े बिल्डर की शिकायत पर वहां की पुलिस ने अंसारी के खिलाफ 10 करोड़ की फिरौती मांगने का केस दर्ज किया था। 12 जनवरी को प्रोडक्शन वारंट हासिल करने के लिए पुलिस कोर्ट पहुंची। 21 जनवरी 2019 को मोहाली पुलिस मुख्तार अंसारी को प्रोडक्शन वारंट पर उत्तर प्रदेश से मोहाली ले आई। 22 जनवरी को कोर्ट ने उसे एक दिन की रिमांड पर भेज दिया। 24 जनवरी को उसे न्यायिक हिरासत में रोपड़ जेल भेज दिया गया।