न्यूज़ डेस्क
लखनऊ। देश में खतरनाक कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है। इसके मरीजों में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। ऐसे में कोरोना को लेकर लापरवाही के भी कई मामले सामने आ रहे हैं। ताजा मामला यूपी के आगरा से सामने आया है।
कोरोना पॉजिटिव पाए गए वाटर वर्क्स क्षेत्र के 21 वर्षीय युवक और उसके चिकित्सक पिता पर लापरवाही से महामारी फैलाने पर केस दर्ज किया गया है। जिलाधिकारी प्रभु एन सिंह ने आदेश पर यह कार्रवाई हुई।
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न्यू आगरा पुलिस ने बताया कि तहरीर अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉक्टर आर.के अग्निहोत्री ने दी है। उन्होंने तहरीर में लिखा है कि डॉक्टर का बेटा अमेरिका से आया था। 21 मार्च को अपने बेटे को दिल्ली से लेकर आए। प्रोटोकॉल के तहत उसे 14 दिन क्वारंटाइन में नहीं रखा।
बेटा अपने माता- पिता के साथ रह रहा था। 25 मार्च को उसे जांच के लिए जिला अस्पताल लाया गया जहां परीक्षण हुआ। 26 को रिपोर्ट में कोरोना पॉजीटिव आया। तहरीर में डॉक्टर और उनके बेटे का नाम है इसलिए दोनों को अभियुक्त बनाया गया है।
चिकित्सक दंपती और बेटे पर आईपीसी की तीन धाराएं 188, 269 और 270 लगाई जाएंगी। दोनों ऐसी लापरवाही करने पर लगती हैं जिनसे महामारी फैलने का खतरा उत्पन्न हो जाए। इन धाराओें में दोष सिद्ध होने पर 2-2 साल कारावास का प्रावधान है।
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चिकित्सक दंपती के अस्पताल के आसपास करीब डेढ़ किमी तक का क्षेत्र मॉपिंग और सैनिटाइज किया गया। इसमें स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम की 50 टीमें जुटीं। आज घर- घर जाकर लोगों की सेहत की स्क्रीनिंग की गयी।
सुबह टीम क्षेत्र में पहुंच गई, घरों में जाकर सैनिटाइज करने का कार्य शुरू कर दिया। दरवाजा, शौचालय, दीवार, फर्श और वाहनों को सैनिटाइज किया गया। उनको घरों में रहने की हिदायत दी गई है। नालियों और आसपास छिड़काव भी कराया गया।
बता दें कि चिकित्सक दंपती नर्सिंग होम चलाते हैं। डॉक्टर का बेटा 20 मार्च को अमेरिका से दुबई होते हुए लौटा था। आरोप है कि उसने और नर्सिंग होम चलाने वाले चिकित्सक पिता ने इसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग को नहीं दी।
युवक के घर लौटने के 5 दिन बाद उसका सैंपल लिया जा सका। इन 5 दिनों में नर्सिंग होम में आए मरीजों के भी अब सैंपल लिए जा रहे हैं। हद तो यह रही कि ये चिकित्सक अन्य मरीजों का भी उपचार करते रहे। दंपती सहित 25 के सैंपल लिए गए थे, जो जांच के लिए भेजे गए हैं।
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