न्यूज डेस्क
पिछले दिनों मिर्जापुर के सरकारी स्कूल का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें कुछ बच्चे नमक रोटी खा रहे थे। मिड डे मील में छात्रों को नमक-रोटी दिए जाने पर सरकार की खूब आलोचना हुई थी। अब इस मामले में नया मोड़ आ गया है। इस वीडियो को बनाने वाले पत्रकार के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया है।
मिर्जापुर के खंड शिक्षा अधिकारी प्रेमशंकर राम ने थाने में तहरीर देकर आरोप लगाया गया है कि ये जानबूझकर और प्रायोजित तरीके से छलपूर्वक वीडियो बनाया गया और उसे वायरल करते हुए सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न की गई है।
डीएम अनुराग पटेल के निर्देश के आधार पर पुलिस ने स्थानीय अखबार ‘जनसंदेश टाइम्स’ के पत्रकार पवन जायसवाल, ग्राम प्रधान राजकुमार पाल और एक अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
Now the primary probe alleges that this was all done under some conspiracy by an aide of village pradhan Rajkumar Pal in connivance with journalist Pawan Jaisawal. An FIR has been registered against against both of them under sections 120B, 186, 193 and 420 of IPC. pic.twitter.com/aqVzrUvcKk
— Piyush Rai (@Benarasiyaa) September 1, 2019
दर्ज एफआईआर के अनुसार गांव के प्रधान राजकुमार पाल के एक सहयोगी और पत्रकार पवन जायसवाल ने मिलकर नमक-रोटी खाते बच्चों का विडियो बनाकर इस कथित साजिश को अंजाम दिया। इन लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 120बी, 186, 193 और 420 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
#Mirzapur के एक स्कूल में बच्चों को मिड-डे-मील में नमक रोटी दी जा रही है।
ये उत्तर प्रदेश भाजपा सरकार की व्यवस्था का असल हाल है।
जहाँ सरकारी सुविधाओं की दिन-ब-दिन दुर्गति की जा रही है। बच्चों के साथ हुआ ये व्यवहार बेहद निंदनीय है। pic.twitter.com/FMD5cYE5Jn— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) August 23, 2019
गौरतलब है कि बीते 23 अगस्त को मिर्जापुर के एक सरकारी स्कूल में बच्चों को नमक और रोटी बांटे जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।
कक्षा एक से 8वीं तक की पढ़ाई करने वाले लगभग 100 छात्रों को मिड-डे मील के तौर पर रोटी और नमक बांटा गया। वीडियो में बच्चे स्कूल के बरामदे में फर्श पर बैठे हैं और वे नमक के साथ रोटियां खाते हुए दिखाई दे रहे हैं।