जुबिली न्यूज डेस्क
जयपुर। राजस्थान में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले एनडीटीवी और सीएसडीसी का एक चौंकाने वाला सर्वे सामने आया है. सर्वे में लोगों से चुनावी मुद्दों के बारे में पूछा गया. जनता के सामने कई तरह के मुद्दे रखे गए। हैरान करने वाली बात यह है कि दो तिहाई लोगों ने महत्वपूर्ण चुनावी मुद्दों के बीच सबसे अहम गौरक्षा को बताया है. लोगों का कहना था कि गौरक्षा का मुद्दा उनके लिए सबसे महत्वपूर्ण है. इस सर्वे में प्रदेश की 30 विधानसभा क्षेत्रों में 3032 लोगों से सीधी बातचीत की गई. यदि प्रदेश के अधिकतर लोग ऐसा मानते हैं तो यह सर्वे कांग्रेस को निराश करने वाला हो सकता है क्योंकि गौरक्षा का मुद्दा बीजेपी हमेशा उठाती रही है.
गहलोत सरकार के काम से कितने संतुष्ट?
सर्वे में लोगों से पूछा गया कि गहलोत सरकार के काम से कितने संतुष्ट है? इस सवाल के जवाब में 43 फीसदी लोगों ने कहा कि हम गहलोत सरकार के पूरी तरह से संतुष्ट है. 28 फीसदी लोगों ने कहा कि कुछ हद तक संतुष्ट है. 10 फीसदी लोगों ने कहा कि कुछ हद तक अंसतुष्ट है. वहीं 14 फीसदी लोग ऐसे मिले जिन्होंने कहा कि वो गहलोत सरकार के काम से पूरी तरह असंतुष्ट हैं.
केंद्र सरकार के काम से कितने संतुष्ट?
सर्वें के दूसरे सवाल में हमने केंद्र सरकार के कामकाज के बारे में लोगों से पूछा. इस सवाल के जवाब में 55 फीसदी लोगों
ने कहा कि वो केंद्र सरकार के काम से पूरी तरह संतुष्ट है. 24 फीसदी लोगों ने कहा कि कुछ हद तक संतुष्ट है. 8 प्रतिशत लोगों ने कहा कि कुछ हद तक अंसुष्ट हैं. वहीं 7 फीसदी लोगों ने कहा कि वो केंद्र सरकार के काम से पूरी तरह अंसतुष्ट है.
महिलाओं के लिए किसका काम बेहतर?
महिलाओं के लिए किसका काम बेहतर है- राज्य सरकार या केंद्र सरकार. हमारे इस सवाल के जवाब में 24 फीसदी लोगों ने राज्य सरकार का नाम लिया. जबकि 31 फीसदी लोगों ने केंद्र सरकार का नाम लिया. 26 फीसदी लोगों ने दोनों सरकार के कामकाज को ठीक बताया. वहीं 5 फीसदी लोगों ने कहा कि कोई नहीं.
भ्रष्टाचार से लड़ने में गहलोत सरकार का काम कैसा?
करप्शन से लड़के के मामले में गहलोत सरकार ने कैसा काम किया है. इस सवाल के जवाब में 39 फीसदी लोगों ने कहा बहुत अच्छा, 35 फीसदी लोगों ने अच्छा तो 15 फीसदी लोगों ने बुरा बताया. वहीं 5 फीसदी ऐसे लोग भी मिले जिन्होंने कहा कि गहलोत सरकार का करप्शन से लड़ने में काम बहुत बुरा है.
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बीजेपी को मिल सकता है फायदा
कांग्रेस ईआरसीपी के मुद्दे को जोर शोर से उठा रही है। पिछले दिनों ईआरसीपी प्रभावित जिलों में यात्रा निकाली गई. उसमें प्रियंका गांधी भी शामिल हुई थीं. लेकिन सर्वे के मुताबिक इस मुद्दे पर केवल 33 फीसदी लोग ही मतदान करने वाले हैं। इससे बड़ा मुद्दा तो लोगों के लिए आरक्षण का है. गौरक्षा के मुद्दे पर सर्वाधिक 76 फीसदी लोगों ने मतदान करने की बात कही. मानगढ़ धाम स्कीम पर 23 फीसदी और पिछले दिनों प्रदेश की राजनीति में बवाल मचाने वाली लाल डायरी के मुद्दे पर 20 फीसदी लोगों ने मतदान करने की बात कही. एनडीटीवी और सीएसडीसी का यह सर्वे 24 से 30 अक्टूबर के बीच किया गया. इस सर्वे के बाद कांग्रेस को अपनी रणनीति में बदलाव करने पर विचार करना पड़ सकता है.