जुबिली स्पेशल डेस्क
आंध्र प्रदेश ने दो बार कांग्रेस की सरकार रही है लेकिन इसके बावजूद तेलंगाना बनाने का फैसला उस वक्त सोनिया गांधी को करना पड़ा था।
इसका नतीजा ये हुआ कि आंध्र प्रदेश से कांग्रेस एकदम से नीचे चली गई है। इतना ही नहीं तेलंगाना में भी कांग्रेस लगातार हार रही है। केसीआर लगातार कांग्रेस को जख्म दे रहे हैं। अब सोनिया गांधी की इकलौती रैली तेलंगाना में होने जा रही है।
माना जा रही है कि सोनिया गांधी की रैली से कांग्रेस को तेलांगना में मजबूती मिल सकती है क्योंकि वो इमोशनल कार्ड खेल सकती है और सरकार बनने पर कांग्रेस की गारंटियों का ऐलान करने की बात वो एक बार फिर दोहरा सकती है।
तेलंगाना जीत के लिए कांग्रेस लगातार मेहनत कर रही है और केसीआर और बीजेपी के तमाम नेताओं को कांग्रेस में शामिल कराकर टिकट भी दिया। अभी तक जो भी सर्वे हुए है उसमें कहा जा रहा है कि तेलंगाना में केसीआर और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर है। ऐसे में कांग्रेस को अब आखिरी वक्त में सोनिया गांधी को चुनावी प्रचार में उतारा है ताकि वोट बैंक को और बढ़ाया जा सके।
हैदराबाद-सिकंदराबाद से सटे मलकाजगिरी में सोनिया की रैली से कांग्रेस को अच्छी खासी उम्मीदें है। बता दें कि सोनिया गांधी की सेहत अब पहले जैसी नहीं रही है और वो लगातार बीमार रहती है। इस वजह से सक्रिय राजनीति से भी वो काफी दूर है। अब देखना होगा कि वो कैसे यहां प्रचार करती है।
बता दें कि साल खत्म होने जा रहा है लेकिन इस साल पांच राज्यों में विधान सभा चुनाव हो रहे हैं। कई जगहों पर चुनाव हो चुका है लेकिन उसका परिणाम तीन दिसंबर को आने वाला है। कांग्रेस को उम्मीद है कि वो कई राज्यों में चुनाव जीत रही है और लोकसभा चुनाव में मोदी सरकार को हटा देंगी लेकिन अभी ये भी इतना आसान नहीं हैं। अगर पांच राज्यों में सरकार तीन राज्यों में सरकार बना लेती है तो इतना जरूर है कि बीजेपी को मुश्किलें बढ़ सकती है।