जुबिली न्यूज डेस्क
जाति जनगणना की काट ढूंढने में जुटी भाजपा पिछड़े वर्ग को साधने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है। इसका असर योगी सरकार 2.0 के बहुप्रतीक्षित मंत्रिमंडल विस्तार में देखने को मिल सकता है। यह विस्तार दिवाली से पहले संभव है। क्योंकि भाजपा में इस पर सैद्धांतिक सहमति बन गई है।
मालूम हो कि इस वर्ष जुलाई में सुभासपा के एनडीए में और सपा के पूर्व विधायक दारा सिंह चौहान के भाजपा में शामिल होने के बाद से मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा चल रही है।
सूत्रों के मुताबिक, अब तक मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर पार्टी में सैद्धांतिक सहमति नहीं बन पा रही थी। लेकिन विपक्षी दलों की ओर से जाति जनगणना के मुद्दे को हवा देने के बाद भाजपा नेतृत्व पिछड़े वोट बैंक को लेकर चिंतित है।